#अपराध
February 4, 2025
हिमाचल : शाह गैंग के 26 सदस्य पहुंचे सलाखों के पीछे, अभी और भी होंगी गिरफ्तारियां
मनी ट्रेल का पता लगाते पुलिस ने दबोचे आरोपी
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शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला की पुलिस ने इंटर स्टेट नशा तस्कर शाह गैंग पर एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस टीम ने शाह गैंग के दस और लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम ने मनी ट्रेल का पता लगाते हुए इन आरोपियों तक पहुंचने में सफलता हासिल की है।
पुलिस इस गिरोह के अब तक 26 सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है। अभी पुलिस को इस गैंग में और भी कई लोगों के शामिल होने का शक है। यह गिरोह ऑनलाइन माध्यम से नशा तस्करी के धंधे को अंजाम देता था।
पुलिस टीम ने ये सभी आरोपी शिमला, ठियोग, कोटखाई, रोहड़ू, चिड़गांव की अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किए हैं। आरोपियों की पहचान-
आपको बता दें कि, बीती 27 जनवरी को पुलिस टीम ने एक अंतरराज्यीय नशा तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए मुख्य सरगना संदीप शाह (38) और नीरज कश्यप समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए आरोपियों में कोलकाता, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के तस्कर शामिल हैं।
SP शिमला संजीव गांधी ने बताया कि इस गिरोह का मुख्य सरगना कोलकाता का संदीप शाह और दिल्ली का 24 नीरज कश्यप है। संदीप पहले भी नशा तस्करी के कई मामलों में पकड़ा गया था। उन्होंने बताया कि यह गिरोह चिट्टे का ऑर्डर ऑनलाइन लेता था और अलग-अलग जगह पर चिट्टा सप्लाई करता था। इसकी पेमेंट UPI, स्कैनर व अन्य ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त करते थे।
उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने शाह गैंग से जुड़े 29 बैंक खातों में जमा करीब 4 करोड़ रुपए की राशि भी फ्रीज कर दी है। पुलिस का दावा है कि यह गिरोह अब तक 25 से 30 करोड़ रुपए की नशा तस्करी को अंजाम दे चुका है। इस नेटवर्क में करीब 200 लोग संलिप्त हैं।
SP ने बताया कि शिमला पुलिस पिछले छह माह से इस गिरोह का भंडाफोड़ करने में लगी थी। अब इस गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। इस गिरोह के मुख्य सरगना संदीप शाह को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया है। संदीप शाह पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। ऐसे में उसने आधुनिक तकनीकों को इस्तेमाल करके करीब 200 लोगों का सिंडिकेट तैयार किया था-जो मिलकर तस्करी नेटवर्क में उसके लिए काम करते थे। बीते दिनों सरगना को पकड़ने के बाद अब पुलिस इसी सिंडिकेट से जुड़े पैडलरों को दबोच रही है।
विदित रहे कि पुलिस की यह कार्रवाई नशे पर बड़ी चोट मानी जा रही है। इससे ना सिर्फ नशा तस्करी को रोकने में मदद मिलेगी, बल्कि माना जा रहा है कि प्रदेश में नशे के कारोबार में भी कमी आएगी। इससे पहले भी शिमला पुलिस ने कई बड़े गैंग को पकड़ने में सफलता हासिल की है। पुलिस का मानना है कि इस गैंग के और भी कई सदस्य जल्द सलाखों के पीछे पहुंचाए जाएंगे।