#अपराध
July 9, 2025
हिमाचल: आपदा में टूटी पाइपों को चुरा ले गए शातिर, कैसे बहाल होगी जलापूर्ति
बाढ़ और भूस्खलन से टूटी पाइपें चोरी विभाग ने दर्ज करवाई शिकायत
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करसोग (मंडी)। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला जहां प्राकृतिक आपदा की मार से उबरने की कोशिश कर रहा है। वहीं कुछ आसामाजिक तत्व आपदा में भी अवसर ढूंढ रहे हैं और अनैतिक कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मंडी जिला के करसोग से सामने आया है, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। यहां कुछ असामाजिक तत्वों ने जल शक्ति विभाग की पाइपें ही चुरा ली हैं।
दरअसल मंडी जिला के करसोग उपमंडल में भी 30 जून की रात को भयंकर तबाही आई थी। भारी बारिश और भूस्खलन से जलशक्ति विभाग की जलापूर्ति करने वाली पाइपें भी टूट गईं। जिससे पूरे क्षेत्र में पानी की व्यवस्था चरमरा गई। हालांकि जल शक्ति विभाग इन पाईपों को दोबारा मरम्मत कर पानी की बहाली में उपयोग कर सकता था, लेकिन उससे पहले ही यह पाईपें चोरी हो गई।
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सूत्रों के अनुसार विभाग की कई पाइपलाइनें भूस्खलन की चपेट में आकर उखड़ चुकी हैं और कई स्थानों पर मलबे के नीचे दब गई थीं। लेकिन जहां विभाग इन पाइपों को दोबारा जोड़कर जलापूर्ति बहाल करने की तैयारी में था, वहीं कुछ लोग इन क्षतिग्रस्त पाइपों को काटकर कबाड़ में बेच रहे हैं या अपने घरों में जमा कर रहे हैं।
इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए जल शक्ति विभाग ने अब आधुनिक तकनीक का सहारा लिया है। विभाग ने प्रभावित इलाकों में ड्रोन से निगरानी शुरू कर दी है ताकि चोरी करने वालों की पहचान की जा सके। अधिशासी अभियंता कार्यालय द्वारा करसोग पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई है जिसमें शंकरदेहरा, पुन्नी, इमला-बिमला खड्ड, चेहरा और परलोग जैसे क्षेत्रों में तेजी से हो रही चोरी की घटनाओं की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है।शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि सरकारी संपत्ति की यह चोरी न केवल करोड़ों की जल योजनाओं को ठप कर रही है बल्कि सरकार को भी लाखों रुपए के नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
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जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता कृष्ण कुमार शर्मा ने स्थानीय लोगों से भावनात्मक अपील करते हुए कहा है कि मौजूदा संकट की घड़ी में जनता का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यह समय एक.दूसरे की मदद करने का है, न कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर अपनी जेब भरने का। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई व्यक्ति विभागीय पाइपों की चोरी करते हुए पकड़ा गया या उनके घर में अवैध रूप से पाइपें पाई गईं, तो उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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इस तरह की घटनाएं यह भी दिखाती हैं कि आपदा के समय लोगों की नैतिक जिम्मेदारी कितनी अहम होती है। जहां एक ओर कुछ लोग अपने प्राण संकट में डालकर दूसरों की मदद कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो मौके का गलत फायदा उठाकर सरकारी योजनाओं की रीढ़ तोड़ रहे हैं।
करसोग की यह स्थिति प्रशासन और जनता दोनों के लिए चेतावनी है। जब प्राकृतिक आपदा जैसी विकट परिस्थिति सामने हो, तब सामाजिक एकजुटता और नैतिकता ही सबसे बड़ा सहारा होती है। आवश्यकता इस बात की है कि लोग जागरूक बनें, प्रशासन के साथ मिलकर काम करें और ऐसे अपराधियों की पहचान कर उन्हें कानून के हवाले करें। सरकार और विभाग ने साफ संकेत दे दिया है, आपदा की आड़ में गैरकानूनी हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।