#अपराध
March 4, 2025
HRTC बस में पड़ा मिला लावारिस बैग, अंदर भरी थी लाखों की चरस
मनाली से दिल्ली जा रही थी परिवहन निगम की बस
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मंडी। हिमाचल प्रदेश में नशा तस्कर नए-नए तरीके अपना कर नशे की खेप को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा रहे हैं। मगर बहुत बार ऐसा होता है कि हिमाचल पुलिस इन नशा तस्करों के सारे मनसूबों पर पानी फेर देती है। इसी कड़ी में अब ताजा मामला हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से सामने आया है- जहां पुलिस टीम ने चरस की बड़ी खेप पकड़ने में सफलता हासिल की है।
पुलिस टीम ने परिवहन निगम की बस से चरस का जखीरा बरामद किया है। हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह खेप बस में किसने रखी थी। पुलिस टीम द्वारा जांच-पड़ताल की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, कल शाम को सुदंरनगर थाने की पुलिस टीम ने नाका लगाया हुआ था। इस बीच शुकदेव वाटिका के पास पुलिस टीम ने मनाली से दिल्ली जा रही HRTC बस को तलाशी के लिए रोका। तलाशी के दौरान पुलिस टीम को बस की 17-18 नंबर सीट के ऊपर बने रैक पर एक बैग पड़ा मिला।
पुलिस टीम ने बस में सवार लोगों से बैग के बारे में पूछा, लेकिन सबने कहा कि ये बैग उनका नहीं है। ऐसे में जब पुलिस टीम ने बैग की तलाशी ली तो उसमें से एक पैकेट मिला- जिसमें से 1 किलो 704 ग्राम चरस बरामद हुई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस खेप की कीमत करीब 5 लाख रुपए बताई जा रही है।
इसके बाद बस में सवार लोगों में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस टीम ने खेप को अपने कब्जे में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी। मगर अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि बस में ये खेप किसने रखी थी। पुलिस टीम ने बस में मौजूद लोगों से पूछताछ कर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
मामले की पुष्टि करते हुए SP साक्षी वर्मा ने बताया कि खेप को कब्जे में लेकर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। पुलिस टीम द्वारा पता लगाया जा रहा है कि ये बस में ये खेप किसने रखी थी और कौन इस खेप को लेने के लिए आने वाला था। उन्होंने कहा कि इस कारोबार में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बक्शा नहीं जाएगा।
हिमाचल प्रदेश में नशा तस्करी का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है, जिससे समाज और खासकर युवा पीढ़ी पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। राज्य की शांत वादियों में अब नशे का जहर फैलाने वाले तस्कर सक्रिय हो गए हैं। स्थानीय तस्करों के साथ-साथ बाहरी राज्यों से आने वाले अपराधी भी इस अवैध कारोबार में लिप्त पाए जा रहे हैं। हिमाचल पुलिस लगातार इस चुनौती से निपटने के लिए सख्त कदम उठा रही है और बाहरी तस्करों को भी गिरफ्तार कर रही है।
हिमाचल प्रदेश की सीमाएं पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों से लगती हैं, जहां से ड्रग्स की आपूर्ति हो रही है। बाहरी तस्कर चरस, हेरोइन, अफीम और सिंथेटिक ड्रग्स हिमाचल लाकर बेच रहे हैं, जिससे राज्य के युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है। कुल्लू, मंडी, शिमला और कांगड़ा जिलों में नशा तस्करी के मामले सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं।
हिमाचल पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है। हाल ही में पुलिस ने कई बाहरी तस्करों को गिरफ्तार किया है, जो पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से आकर हिमाचल में ड्रग्स की सप्लाई कर रहे थे। पुलिस की सक्रियता के चलते कई बड़े गिरोहों का भंडाफोड़ हुआ है। इसके अलावा, ड्रग माफिया पर लगाम लगाने के लिए पुलिस गुप्त सूचनाओं के आधार पर छापेमारी कर रही है और सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।