#अपराध

October 19, 2025

हिमाचल में पकड़ी 26 वर्षीय 'चिट्टा गर्ल', किराये के कमरे में साथी संग चला रही थी नशे का कारोबार

युवती किराये का कमरा लेकर साथी के साथ कर रही थी नशा तस्करी 

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सोलन। हिमाचल प्रदेश में एक तरफ नशे का जाल फैलता जा रहा है। वहीं इस नशे के जाल को फैलाने में अब महिलाएं भी पीछे नहीं रह रही हैं। आए दिन महिला नशा तस्कर पुलिस द्वारा पकड़ी जा रही हैं। ऐसा ही एक मामला हिमाचल के सोलन जिला से सामने आया है। यहां एक 26 साल की युवती अपने साथी के साथ मिलकर लाखों का सफेद जहर बेचने की फिराक में थी, लेकिन उससे पहले ही पुलिस को भनक लग गई और पुलिस ने नशे के साथ युवती और उसके साथी युवक को गिरफ्तार कर लिया।

किराये के कमरे से चिट्टे की खेप मिली

दरअसल सोलन जिला पुलिस की विशेष अन्वेषण इकाई ने दाड़लाघाट क्षेत्र में एक किराए के कमरे में दबिश देकर 30 ग्राम चिट्टा हेरोइन बरामद किया है। इस कार्रवाई में एक युवती सहित दो तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं, जिससे साफ है कि प्रदेश में अब महिलाएं भी नशा तस्करी जैसे गंभीर अपराधों में शामिल हो रही हैं।

 

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लंबे समय से युवक युवती कर रहे थे नशे का कारोबार

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार विशेष टीम गश्त पर थी, जब उन्हें सूचना मिली कि स्यार काटली गांव में एक युवक और युवती लंबे समय से किराए पर रहकर स्थानीय युवाओं को चिट्टा सप्लाई कर रहे हैं। पुलिस ने सूचना की पुष्टि के बाद बिना समय गंवाए दबिश दी और मौके से 30 ग्राम चिट्टा बरामद कर लिया।

 

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गिरफ्तार आरोपियों की पहचान

अंकुश कौशल (39) पुत्र अनूप कौशल, निवासी कोटगढ़, जिला शिमला

शिवानी (26), पत्नी स्व. ब्रिजेश महाजन, निवासी घुमारवीं, जिला बिलासपुर

दोनों आरोपियों के विरुद्ध एनडीपीएस अधिनियम की धारा 21 और 29 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने दोनों को चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।

महिलाओं की भागीदारी बनी चिंता का विषय

इस मामले ने पुलिस और समाज दोनों के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है, क्या अब महिलाएं भी संगठित रूप से नशा तस्करी में सक्रिय हो रही हैं? बीते कुछ वर्षों में हिमाचल प्रदेश में महिला तस्करों की गिरफ्तारी में बढ़ोतरी देखी गई है, जो न केवल समाज के लिए, बल्कि कानून-व्यवस्था के लिए भी गंभीर चुनौती है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि महिलाएं तस्करी के लिए सुरक्षित माध्यम मानी जाती हैं, क्योंकि उन पर आमतौर पर शक कम किया जाता है। लेकिन अब यह धारणा बदल रही है।

 

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आपराधिक इतिहास और नेटवर्क की जांच शुरू

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की भी छानबीन की जा रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि चिट्टा कहां से आया और किन-किन तक पहुंचाया जाता था। प्रारंभिक पूछताछ में कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं] जिनकी गहन जांच चल रही है।

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