#अपराध
October 19, 2025
हिमाचल: दिवाली से पहले परिवार ने खो दिया 21 वर्षीय बेटा, पुलिस भर्ती में नहीं हुआ था सिलेक्ट
हिमाचल पुलिस भर्ती में असफलता ने परिवार से छीन लिया होनहार बेटा
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कांगड़ा। दिवाली से ठीक पहले जहां एक ओर पूरे प्रदेश में त्योहार की रौनक है, वहीं कांगड़ा जिले के रक्कड़ क्षेत्र के कुड़ना गांव में मातम पसरा हुआ है। 21 वर्षीय सौरव धीमान पुत्र प्रमोद सिंह का असमय निधन पूरे इलाके को झकझोर गया है। सौरव, जो कि पुलिस भर्ती में अपना भविष्य तलाश रहा था, सिलेक्शन न होने की मानसिक पीड़ा को सहन नहीं कर सका और शुक्रवार रात उसकी अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई।
परिवार ने बेटे के इस असमय निधन को भावनात्मक टूटन और गहरे अवसाद का परिणाम बताया है। पुलिस भर्ती का परिणाम आने के बाद से ही सौरव बेहद तनाव में था। उसे इस परीक्षा से बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन जब चयन नहीं हुआ तो वह अंदर से टूट गया।
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परिजनों के अनुसार शुक्रवार रात सौरव ने हमेशा की तरह खाना खाया और करीब 10 बजे अपने कमरे में सोने चला गया। कुछ देर बाद उसकी बहन जब कमरे में गई तो सौरव की हालत देख कर जोर-जोर से रोने लगी। आवाज सुनकर माता-पिता भी कमरे में पहुंचे, तो देखा कि सौरव की तबीयत काफी बिगड़ चुकी थी। वे उसे तुरंत सिविल अस्पताल अंब ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सौरव के पिता प्रमोद सिंह ने बताया कि उनके बेटे की मौत का कारण कोई बाहरी दबाव नहीं, बल्कि पुलिस में चयन न होने की निराशा और मानसिक तनाव था। उन्होंने पुलिस को दिए बयान में स्पष्ट किया कि वे किसी पर शक नहीं कर रहे हैं और यह पूरी तरह से एक दुर्भाग्यपूर्ण मानसिक अवस्था का परिणाम है।
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थाना रक्कड़ के प्रभारी संदीप पटियाल ने जानकारी दी कि शव का पोस्टमॉर्टम देहरा सिविल अस्पताल में करवाया गया और फिर परिजनों को सौंप दिया गया है। प्रारंभिक जांच में किसी तरह की साजिश या बाहरी कारण सामने नहीं आए हैं, फिर भी पुलिस मामले की तह तक जाने के लिए जांच कर रही है।
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जहां आसपास के गांवों में दीपावली की तैयारी चल रही है, वहीं धीमान परिवार का घर शोक में डूबा है। सौरव के माता-पिता के लिए यह विश्वास कर पाना भी मुश्किल हो रहा है कि उनका होनहार बेटा, जो हमेशा पुलिस की वर्दी पहनने का सपना देखा करता था, अब इस दुनिया में नहीं रहा। त्योहार से पहले उनके घर का इकलौता चिराग बुझ गया, और उनकी पूरी दिवाली अब मातम में बदल चुकी है।