#अपराध
November 1, 2025
हिमाचल: बरामदे में बैठ 5 औरतों ने बनाई चरस, फिर सोशल मीडिया पर डाला वीडियो- केस दर्ज
पुलिस के डर से डिलीट भी किया वीडियो
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कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की पार्वती घाटी में भांग प्राकृतिक रूप से उगती है। ऐसे में पुलिस हमेशा सतर्क रहती है और समय-समय पर भांग की खेती को नष्ट करती है। इसके लिए पुलिस सोशल मीडिया पर भी नजर रखती है कि कहीं कोई ऐसी गतिविधि तो नहीं हो रही जहां भांग या चरस को बढ़ावा दिया जा रहा हो। इसी कड़ी में पुलिस को एक रील नजर आई जिसमें एक महिला चरस तैयार करने का प्रोसेस दिखा रही थी। पुलिस ने तुरंत मामले में जांच शुरू की और कुल 5 महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया।
जो रील महिला ने शायद लाइक्स के लिए अपलोड की थी वो अब उसी के लिए मुसीबत बन गई है। दरअसल महिला इंस्टाग्राम यूजर ने चरस तैयार करने की प्रोसेस दिखाती हुई रील अपने अकाउंट पर अपलोड कर दी।
वीडियो 25 अक्तूबर को महिला के इंस्टाग्राम अकाउंट से अपलोड किया गया था। हालांकि जब महिला को ये एहसास हुआ कि पुलिस कार्रवाई की तैयारी में है तो महिला ने तुरंत वो वीडियो डिलीट कर दिया लेकिन तब तक वो सोशल मीडिया पर फैल चुका था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक मणिकरण थाने के ASI नेक राम जो बतौर एक्टिंग स्टेशन हाउस ऑफिसर काम कर रहे थे और सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने एक रील देखी जिसमें 5 महिलाएं बरामदे में बैठ चरस तैयार करती दिख रहीं थीं।
जब पुलिस ने जांच की तो नजर आया कि यही इंस्टाग्राम प्रोफाइल अन्य वीडियोज में भांग की खेती दिखा रही थी। पुलिस ने माना कि वीडियो इन्हीं महिलाओं में से किसी ने शूट किया था। ये मामला NDPS एक्ट की धारा-20, 28 व 29 के तहत अपराध में आता है।
कुल्लू मुख्यालय के DSP बताते हैं कि शुरुआती जांच में पता चला है कि वीडियो मणिकरण थाना क्षेत्र के अंदर ही फिल्माया गया है। गौरतलब है कि आरोपी महिला द्वारा पोस्ट हुए वीडियोज में मणिकरण का राधा कृष्ण मंदिर नजर आ रहा था।
जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने सभी पांच महिलाओं के खिलाफ मणिकरण थाने में मामला दर्ज किया। गौरतलब है कि पार्वती घाटी में भांग के पौधे प्राकृतिक रूप से उगते हैं। ये जगह चरस उत्पादन के लिए बदनाम रही है।
इसी वजह से पुलिस व NCB की टीमें वक्त-वक्त पर इलाके में अभियान चलाकर भांग की खेती को नष्ट करती रहती हैं। पुलिस ने कहा कि मामला नशीले पदार्थों के प्रचार-प्रसार से तो जुड़ा है ही, साथ में ये प्रदेश की छवि भी खराब करता है।