#अपराध
September 2, 2025
BREAKING: हिमाचल के युवक की चंडीगढ़ में छीन ली सांसें, जैश-ए-मोहम्मद के तीन आ*तं*की गिरफ्तार
चंडीगढ़ में ओला कैब चलाता था हिमाचल का युवक, विवाद पर मार दी थी गो*ली
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मंडी/चंडीगढ़। हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले के जोगिंद्रनगर क्षेत्र से संबंध रखने वाले 27 वर्षीय ओला टैक्सी चालक अनिल कुमार की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। चंडीगढ़ से सटे मोहाली के नयागांव से 29 अगस्त को लापता हुए अनिल की हत्या जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन से जुड़े तीन आतंकियों ने की थी। पंजाब पुलिस ने तीनों आरोपियों को अमृतसर के पास से गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ में उन्होंने अनिल की गोली मार कर हत्या करने की बात को भी कबूल कर लिया है।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने बताया कि शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि जम्मू-कश्मीर के तीन युवकों ने मोहाली के खरड़ इलाके से अनिल की कैब बुक की थी। बुकिंग के तुरंत बाद अनिल का मोबाइल फोन बंद हो गया था। इसके बाद से ही वह लापता था। पुलिस ने जब जांच को गंभीरता से लिया तो एक बड़ा आतंकी मॉड्यूल सामने आया।
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आरोपियों की पहचान साहिल बशीर, ऐजाज अहमद और एक अन्य के रूप में हुई है, जिनमें से साहिल बशीर पहले से ही हंदवाड़ा, जम्मू-कश्मीर में दर्ज यूएपीए और आर्म्स एक्ट के एक मामले में वांछित था। उसका भाई पहले जैश-ए-मोहम्मद के लिए हथियारों की आपूर्ति के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस इन तीनों को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ओवरग्राउंड वर्कर के रूप में चिन्हित कर रही है।
अनिल कुमार का शव मोहाली एयरपोर्ट के पास एक सुनसान इलाके से बरामद किया गया। साथ ही उसकी स्विफ्ट डिजायर कार लुधियाना में देखी गई थी, जिसकी सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस के पास मौजूद है। हत्या के लिए जिस हथियार का इस्तेमाल किया गया वह .32 बोर की पिस्तौल को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि किसी विवाद के चलते उन्होंने अनिल को गोली मार दी और शव को मोहाली इलाके में फेंक दिया। फिलहाल शव की स्थिति और फॉरेंसिक जांच के बाद हत्या के पीछे की मंशा को लेकर और खुलासे संभव हैं।
अनिल कुमार 29 अगस्त की रात से लापता था। आखिरी बार उन्होंने रात 10 बजे अपनी पत्नी से फोन पर बात की थी और बताया था कि वे रेलवे स्टेशन जा रहे हैं। 31 अगस्त तक भी मामला दर्ज नहीं होने पर उनके परिजनों ने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया, लेकिन कार्रवाई में देर होती रही।
इस गंभीर मामले को जोगिंद्रनगर से भाजपा विधायक प्रकाश राणा ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में उठाया। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र के युवक की गुमशुदगी को लेकर स्थानीय थाने में समय रहते केस दर्ज नहीं किया गया। उन्होंने स्वयं एसएचओ से बात की थी, लेकिन अपेक्षित कार्रवाई नहीं हुई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पीड़ित परिवार ने उनसे सीधे संपर्क नहीं किया है, लेकिन हिमाचल के डीजीपी ने इस मामले में पंजाब के डीजीपी से संपर्क कर आवश्यक जानकारी मांगी है।
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पंजाब पुलिस ने अब इस पूरे मामले को आतंकवादी गतिविधि के दृष्टिकोण से भी देखना शुरू कर दिया है। आतंकियों के भारत में घुसपैठ, उनकी गतिविधियों और नेटवर्क को लेकर एक विस्तृत जांच चल रही है। मोहाली, अमृतसर, और अन्य इलाकों में सुरक्षाबलों की सतर्कता बढ़ा दी गई है।