#अपराध
July 26, 2025
मंत्री नेगी की गाड़ी पर फेंका जूता, 58 लोगों पर FIR, अब जगत नेगी ने दिया बड़ा बयान
जगत सिंह नेगी ने इस सारे घटनाक्रम को बताया भाजपा की साजिश
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मंडी। हिमाचल प्रदेश में जयराम ठाकुर के गृह विधानसभा क्षेत्र में सुक्खू के मंत्री जगत सिंह नेगी का विरोध करने, उनकी गाड़ी पर काले झंडे और जूते फेंकने के मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है। खुद मंत्री जगत सिंह नेगी जहां इस पूरे मामले को एक साजिश बता रहे हैं, वहीं प्रदेश भाजपा के नेता इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इस लोकतंत्र का गला घोंटने के आरोप लगा रहे है।
कुल मिलाकर कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी की गाड़ी को काले झंडे दिखाने, नारेबाजी और जूता फेंकने की घटना ने सियासी भूचाल ला दिया है। यह घटना सिर्फ एक विरोध नहीं, बल्कि अब राजनीतिक हथियारबंदी का केंद्र बिंदु बन चुकी है, जहां कांग्रेस इसे भाजपा की साजिश बता रही है, वहीं भाजपा सरकार पर जन आवाज दबाने का आरोप लगा रही है।
बता दें कि सराज के आपदा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर पहुंचे मंत्री जगत सिंह नेगी जब जंजैहली पहुंचे, तो वहां पहले से मौजूद लोगों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया। पहले काले झंडे दिखाए गए, फिर गो बैक के नारे लगे और इस बीच एक जूता गाड़ी पर फेंका गया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इस घटना के तुरंत बाद प्रशासन और सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभाल लिया।
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जंजैहली थाने में इस घटना को लेकर भारतीय न्याय संहिता BNS की धाराओं 126(2), 179(2), 190 और 191(2) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। शिकायत कांग्रेस नेता जगदीश रेड्डी ने दी थी। पुलिस ने अब तक 58 में से 12 लोगों की पहचान नाम और पते सहित कर ली है, जबकि शेष की तलाश जारी है। मंडी की एसपी साक्षी वर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह एक गंभीर मामला है और जांच तेजी से जारी है।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि कुछ शरारती तत्वों ने सुनियोजित साजिश के तहत गाड़ी रोकी और मुझ पर हमला करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध जताना हर किसी का अधिकार है, लेकिन जूते फेंकना और गाड़ी पर हमला करना सीधी हिंसा है, जिसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। नेगी ने इसे भाजपा द्वारा रची गई साजिश करार देते हुए कहा कि स्थानीय ग्रामीणों को इस प्रकरण में घसीटना गलत होगा।
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वहीं, भाजपा ने इस पूरे घटनाक्रम की निंदा करते हुए पुलिस की कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। भाजपा नेता सतपाल सिंह सत्ती, प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने इस घटना की घोर निंदा की है। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री के दौरे पर जनता ने अपनी पीड़ा जाहिर की। अगर जनता सवाल पूछेगी तो सरकार उसे जेल भेजेगी क्या। उन्होंने कहा कि विरोध करना जनतांत्रिक अधिकार है, और सरकार इसे दबाने के लिए एफआईआर का सहारा ले रही है।
जगत सिंह नेगी के अनुसार थुनाग में विरोध का मुख्य कारण हॉर्टिकल्चर कॉलेज को शिफ्ट करने की योजना है। उन्होंने कहा कि कुछ दुकानदार और राजनीतिक लोग कॉलेज के स्थानांतरण का विरोध कर रहे हैं, जबकि कॉलेज के छात्र और उनके अभिभावक असुरक्षित स्थान पर पढ़ाई को लेकर चिंतित हैं। पूर्व सरकार ने यहां हॉस्टल नहीं बनवाया, जिससे छात्रों को रहने में दिक्कत है। अब इसे गुडाहरी गोहर उपमंडल में शिफ्ट करने की योजना है।
मंत्री ने बताया कि कुछ लोग चाहते थे कि वे कॉलेज को लेकर उनके पक्ष में बयान दें, लेकिन सरकार जो फैसला लेगी, वही लागू होगा। मेरे ऊपर नारेबाजी और घेराव के माध्यम से दबाव बनाने की कोशिश की गई, लेकिन यह तरीका न तो लोकतांत्रिक है और न ही स्वीकार्य।
दरअसल शुक्रवार को मंत्री जगत सिंह नेगी सराज क्षेत्र के आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे थे। थुनाग और जंजैहली में भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने विरोध किया। जंजैहली में तो मामला इस कदर बिगड़ गया कि प्रदर्शनकारियों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया, काले झंडे दिखाए, जूते फेंके और गो बैक के नारे लगाए। इसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए 58 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। इस घटना के बाद इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है और राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है।