#अपराध
November 9, 2025
हिमाचल : लव मैरिज का भयानक अंत, महिला रोता छोड़ गई दो साल का मासूम
प्रेम विवाह करने वाली 25 वर्षीय महिला ने उठाया गलत कदम
शेयर करें:

फतेहपुर (कांगड़ा)। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां लव मैरिज का कुछ ऐसा खौफनाक अंत हुआ जिसे देख और सुन कर लोग भी आचंभित हैं। दरअसल लव मैरिज करने वाली विवाहिता ने फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। बड़ी बात यह है कि मरने से पहले इस विवाहिता ने अपने दो साल के मासूम के बारे में भी नहीं सोचा। महिला की मौत से उसके दो साल के मासूम के सिर से अब हमेशा के लिए मां का साया उठ गया है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में मातम पसर गया है।
यह मामला कांगड़ा जिला के पुलिस थाना फतेहपुर के तहत आती पंचायत धमेटा के गांव समकड़ का है। यहां 25 वर्षीय महिला ने अपने ही घर में पंखे से फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। यह घटना आधी रात के करीब घटी, जब घर में बाकी लोग गहरी नींद में थे। महिला की मौत से परिवार सहित पूरा क्षेत्र सदमे में है।
यह भी पढ़ें : हिमाचल: पति की टैक्सी में सवारी छोड़ने निकली 24 वर्षीय पत्नी, खाई में जा गिरी कार; थमी सांसें
जानकारी के अनुसार घटना की सूचना पुलिस को हेल्पलाइन नंबर 112 के माध्यम से रात करीब 3 बजे मिली। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी पवन गुप्ता के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है तथा मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
मृतका ने करीब साढ़े तीन वर्ष पहले अपनी मर्जी से प्रेम विवाह किया था। बताया जा रहा है कि शुरुआती वैवाहिक जीवन सामान्य रहा, लेकिन पिछले कुछ समय से वह मानसिक रूप से परेशान चल रही थी। हालांकि आत्महत्या के कारणों का अभी तक स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। पुलिस विभिन्न पहलुओं से जांच में जुटी हुई है।
सबसे दर्दनाक बात यह है कि महिला अपने पीछे दो साल के मासूम बेटे को छोड़ गई है। मां के स्नेह से वंचित यह नन्हा बच्चा अब परिवार के अन्य सदस्यों की गोद में पला.बढ़ेगा। पड़ोसियों और रिश्तेदारों का कहना है कि बच्चे पर मां का अत्यधिक लगाव था, लेकिन यह सभी को हैरान कर गया कि उसने अपने मासूम पर भी दया नहीं दिखाई।
ग्रामीणों ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा कि घरेलू कलह या मानसिक तनाव जैसी स्थितियों में लोगों को इस तरह के कदम नहीं उठाने चाहिए। उधर, पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयान के बाद ही सटीक कारण सामने आएगा। यह घटना एक बार फिर इस बात की याद दिलाती है कि मानसिक तनाव और पारिवारिक विवादों पर खुलकर बात करना कितना आवश्यक हैए ताकि कोई और ऐसी दर्दनाक राह न चुने।