#अपराध
December 28, 2025
हिमाचल : सरकारी पार्किंग में चिट्टा ले रहे थे महिला और युवक, पुलिस ने खेप संग किए गिरफ्तार
गश्त पर थी पुलिस टीम- नशा तस्करों की मिली गुप्त सूचना
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सिरमौर। हिमाचल प्रदेश में नशा तस्करी जैसा काला कारोबार दिन-प्रतिदिन अपनी जड़े मजबूत कर रहा है। ये बेहद चिंताजनक बात है कि अब इस कारोबार में महिलाओं समेत हर वर्ग के लोग शामिल हैं। चंद पैसों के लालच में लोग हिमाचल के भविष्य को खतरे में डाल रहे हैं।
इसी कड़ी में ताजा मामला सिरमौर जिले से रिपोर्ट हुआ है- जहां पर पुलिस टीम ने एक महिला समेत दो लोगों को चिट्टे की खेप के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी सरकारी पार्किंग में बैठ कर नशा ले रहे थे। पुलिस टीम को ये सफलता गुप्त सूचना के आधार पर मिली है।
मिली जानकारी के अनुसार, बीते कल पांवटा साहिब उपमंडल की स्पेशल डिटेक्शन टीम गश्त पर थी। जब पुलिस टीम विश्वकर्मा चौक के पास पहुंची- तो पुलिस टीम को सूचना मिली कि पांवटा साहिब स्थित MC पार्किंग की बेसमेंट में एक महिला और युवक स्मैक व हेरोइन का सेवन कर रहे हैं। साथ ही उनके पास भारी मात्रा में खेप भी मौजूद है।
इसी सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मौके पर दबिश दी। इसी दौरान पार्किंग के बेसमेंट के मेन हॉल में बने कमरे में पुलिस टीम ने दो लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस टीम ने तलाशी के दौरान उनके कब्जे से 6.56 ग्राम हेरोइन/चिट्टा भी बरामद किया।
पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी पावंटा साहिब की वाल्मीकि बस्ती के वार्ड नंबर 7 के रहने वाले हैं। आरोपियों की पहचान-
पुलिस टीम द्वारा आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 30 दिसंबर तक के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस टीम आरोपियों से पूछताछ कर पता लगा रही है कि वो ये खेप कहां से लेकर आए थे। पुलिस टीम आरोपियों के फोन और बैंक खातों की डिटेल गहनता से खंगाल रही है। पुलिस को उम्मीद है कि आरोपियों से पूछताछ में नशा तस्करी के किसी बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ होगा।
विदित रहे कि, हिमाचल प्रदेश में नशे की बढ़ती समस्या के बीच चिट्टा तस्करी में अब महिलाओं की भी सक्रिय भागीदारी मिलने से प्रशासन चिंता में है। हाल के मामलों में पुलिस की जांच में यह तथ्य सामने आया है कि तस्कर अपना नेटवर्क फैलाने के लिए महिलाओं का उपयोग कर रहे हैं, जिससे न सिर्फ गिरोह की पहुंच बढ़ी है बल्कि कानून लागू करने वाली एजेंसियों के सामने चुनौती भी बढ़ी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में नशे के मामलों की जांच के दौरान ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें महिला तस्करों की संलिप्तता की पुष्टि हुई है। इन मामलों में महिलाएं पैकेट छिपाने, परिवहन और डिलीवरी जैसी भूमिकाओं में कार्य कर रही पाई गईं। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक पूछताछ में कई महिलाओं ने स्वीकार किया है कि आर्थिक जरूरत, दबाव या अन्य कारणों से वे इस अवैध नेटवर्क का हिस्सा बनीं।