#अपराध
July 15, 2025
हिमाचल: महिला ने DC से लगाई गुहार, बोली- 5 लोग करते हैं नीच हरकतें, पुलिस भी नहीं सुन रही
बोली- थाना में शिकायत दर्ज करवाई, तो बेटी से करने लगे बदसूलकी
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चंबा। हिमाचल प्रदेश जैसे शांत माने जाने वाले राज्य में महिलाओं और युवतियों के खिलाफ बढ़ते उत्पीड़न और शोषण के मामले अब चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। चंबा जिले से सामने आए एक ताजा मामले ने फिर से महिला सुरक्षा की हकीकत पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़ित महिला अपने बच्चों के पालन पोषण के लिए खुद काम करने के लिए घर से बाहर जाती है, लेकिन इस दौरान कई लोग
दरअसल चंबा जिला के करियां क्षेत्र में अपने बच्चों के साथ किराए के मकान में रह रही एक महिला ने बड़ा खुलासा करते हुए अपने पड़ोस में रहने वाले कई लोगों पर गंभीर आरोप लगा दिए हैं। महिला ने इस मामले में जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। महिला का आरोप है कि उसके पड़ोस में रहने वाले कुछ स्थानीय लोग न केवल उसके साथ अश्लील हरकतें करते हैं, बल्कि जान से मारने की धमकियां भी देते हैं।
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पीड़िता का कहना है कि वह घर.घर जाकर काम करके अपने बच्चों का पालन.पोषण करती है। लेकिन बीते कुछ समय से पांच लोग लगातार उसे मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान कर रहे हैं। आरोप है कि ये लोग उसके घर पर पत्थर फेंकते हैं, गालियां देते हैं और उसकी पानी की पाइप लाइन को बार.बार नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे कई दिनों तक परिवार को पानी तक नसीब नहीं होता।
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महिला ने स्थानीय पुलिस थाने में भी इसकी शिकायत की, लेकिन उसे कोई राहत नहीं मिली। उल्टा आरोप है कि उसकी नाबालिग बेटी के साथ भी बदसलूकी की गई। जिससे थक हार कर पीड़िता ने आखिरकार सोमवार देर शाम अपनी बेटी के साथ डीसी चंबा मुकेश रेप्सवाल से मुलाकात की और विस्तार से अपनी पीड़ा सुनाई। डीसी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए चंबा थाना पुलिस को तुरंत जांच के निर्देश दिए हैं और आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने एक बार फिर हिमाचल प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पहाड़ी राज्य की छवि भले ही शांत और सुरक्षित मानी जाती हो, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। एनसीआरबी (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) की रिपोर्टों के अनुसार हिमाचल में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में बीते कुछ वर्षों में वृद्धि दर्ज की गई है, खासकर अकेली महिलाओं, घरेलू सहायिकाओं और छात्राओं के खिलाफ छेड़छाड़ व शोषण के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है।
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चंबा की यह घटना कोई अकेला मामला नहीं है। इससे पहले भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की खबरें आती रही हैं, लेकिन अक्सर शिकायतों पर पुलिसिया कार्रवाई कमजोर रह जाती है। ऐसे में ज़रूरत है कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस मिलकर त्वरित और सख्त कार्रवाई करें, ताकि पीड़ित महिलाओं को न्याय मिल सके और अपराधियों में कानून का डर हो। साथ ही, प्रदेश सरकार को महिला सुरक्षा को प्राथमिकता पर रखते हुए ठोस नीतिगत कदम उठाने की जरूरत है।