#अपराध
July 15, 2025
हिमाचल में 'पापा की परी' को ऐसी लगी नशे की लत, एक तोले चिट्टे के लिए 90 हजार में बेची पिता की कार
चार साल के बच्चे के मां है नशेड़ी युवती
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हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश का हमीरपुर जिला इन दिनों एक बेहद चौंकाने वाली घटना के कारण चर्चा में है। यह कहानी किसी अपराध फिल्म की पटकथा नहीं, बल्कि नशे की गिरफ्त में आई एक युवती की हकीकत है। जिसने अपने नशे की लत को पूरा करने के लिए अपने ही पिता की लाखों की कार को महज एक तोला चिट्टे (हेरोइन) के बदले में बेच दिया है।
इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि नशा अब केवल व्यक्तिगत समस्या नहीं रह गया, यह पूरे परिवारों को तबाह कर रहा है। मामले में चिंताजनक बात ये है कि आरोपी युवती चार साल के बच्चे की मां भी है।
आपको बता दें कि बीती 28 जून को सदर थाना में ये मामला एक कार चोरी की शिकायत से शुरू हुआ। शिकायतकर्ता कोई और नहीं, बल्कि आरोपी युवती के पिता थे। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी बिना बताए उनकी कार लेकर लापता हो गई है, और उन्हें शक है कि यह घटना नशे से जुड़ी हो सकती है।
कुछ दिन बाद बेटी अचानक घर लौटी, लेकिन उसने कार के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की। हालांकि, पुलिस की गहन पूछताछ के बाद सच सामने आया, जिसने सबको हिला कर रख दिया। पूछताछ में युवती ने कबूल किया कि वह अपने एक युवक मित्र के साथ मिलकर कार को जालंधर लेकर गई और वहां उसे महज 90 हजार रुपये में एक व्यक्ति को बेच दिया।
इन पैसों से दोनों ने एक तोला चिट्टा खरीदा और उसे नशे के रूप में इस्तेमाल किया। ड्रग टेस्ट में दोनों पॉजिटिव पाए गए। पुलिस ने उक्त युवक को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था और वह न्यायिक हिरासत में है। जबकि युवती को जमानत पर रिहा करने के बाद कुछ समय तक वह अपने मायके में रही, लेकिन फिर से अचानक लापता हो गई।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए जालंधर में उस व्यक्ति को ढूंढ निकाला जिससे कार बेची गई थी। कार मैक्लोडगंज क्षेत्र से बरामद कर ली गई है, हालांकि कार के खरीदार को फिलहाल रिहा कर दिया गया है क्योंकि उसकी संलिप्तता चिट्टे के सौदे में स्पष्ट नहीं हो पाई है।
पुलिस रिकॉर्ड से पता चला है कि युवती इससे पहले भी चिट्टे के मामले में नादौन थाना में गिरफ्तार हो चुकी है। मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। उस पर नशे के कारण अपनी सामाजिक और पारिवारिक ज़िम्मेदारियों को पूरी तरह भुला देने का आरोप है।
जानकारी के अनुसार, युवती की कुछ साल पहले शिमला में शादी हुई थी और उसके एक चार वर्षीय बेटा भी है। लेकिन बेटे के जन्म के बाद वह पति से अलग होकर मायके में ही रहने लगी थी। वहीं, वह नशे की लत में और गहराई से डूबती चली गई।
इस पूरी घटना का सबसे दुखद पहलू यह है कि चार साल का मासूम बेटा अपनी मां की लापरवाही का दंश झेल रहा है। उसकी परवरिश अब नाना कर रहे हैं, जो खुद मानसिक और भावनात्मक रूप से टूट चुके हैं। उन्होंने बताया कि वे बेटी की जमानत के बाद उसे दोबारा घर नहीं लाना चाहते थे, लेकिन बेटी कुछ दिन रहने के बाद फिर से गायब हो गई।
SP हमीरपुर भगत सिंह ठाकुर ने बताया कि युवती के फरार होने की सूचना परिजनों से प्राप्त हुई है। पुलिस मामले की हर कोण से गंभीरता से जांच कर रही है, ताकि न केवल आरोपी को पकड़ा जा सके, बल्कि नशे के पीछे सक्रिय नेटवर्क को भी उजागर किया जा सके।