#अपराध
November 18, 2025
हिमाचल में शेयर हो रहा मासूम गोलू के नाम का स्कैनर, चंदा मांग अपनी जेब भर रहे शातिर
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हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के सासन क्षेत्र में हुई महिला की दर्दनाक हत्या के बाद अब उसी मामले से जुड़े दिव्यांग बेटे गोलू के नाम पर सोशल मीडिया के माध्यम से ठगी की नई वारदात सामने आई है।
फेसबुक पर गोलू की तस्वीर और एक सामाजिक संस्था की संचालिका की फोटो लगाकर लोगों से फर्जी तरीके से पैसे जुटाने का खेल खेला जा रहा था। इस ठगी का तरीका और घटना की टाइमिंग दोनों ने पुलिस और स्थानीय लोगों को चौंका दिया है।
जानकारी के अनुसार, किसी अज्ञात व्यक्ति ने फेसबुक पर दिव्यांग गोलू की तस्वीर और ‘पहचान’ संस्था की संचालिका चेतना शर्मा की फोटो का इस्तेमाल कर एक पोस्ट बनाया। पोस्ट के साथ एक UPI स्कैनर भी लगाया गया, जिसमें लोगों से गोलू की मदद के नाम पर दान देने की अपील की गई।
पहली नजर में यह पोस्ट भावनात्मक और भरोसेमंद दिखे, इसके लिए आरोपी ने दोनों की तस्वीर ऐसे मोड़ में लगाई कि कोई भी इसे सच्चाई मान ले। जैसे ही यह पोस्ट वायरल होने लगा, कई लोगों ने इसे देखकर भावनात्मक रूप से मदद की इच्छा जताई, लेकिन चेतना शर्मा को जब यह मामला पता चला तो उन्हें तुरंत समझ आ गया कि यह एक फर्जी स्कैनर है। उन्होंने पुलिस थाना हमीरपुर में लिखित शिकायत दर्ज करवाई।
SP हमीरपुर भगत सिंह ठाकुर ने पुष्टि की कि मामले में धोखाधड़ी की धारा के तहत FIR दर्ज कर ली गई है। उन्होंने बताया कि फेसबुक पर दिव्यांग गोलू और शिकायतकर्ता चेतना शर्मा की फोटो लगाकर फर्जी स्कैनर शेयर किया गया था।
इसे विश्वसनीय दिखाने के लिए जान-बूझकर इन दोनों की वास्तविक फोटो का इस्तेमाल किया गया। पुलिस ने तकनीकी जांच के बाद स्कैनर से जुड़े खाते की पहचान कर ली है और जल्द ही संबंधित लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
चेतना शर्मा ने कहा कि मृतक महिला का बेटा गोलू पहले उनके स्पेशल चाइल्ड स्कूल में आया करता था। कुछ पारिवारिक कारणों के चलते गोलू उनके पास आना बंद हो गया था, लेकिन हाल ही में उन्होंने सार्वजनिक रूप से घोषणा की थी कि वे गोलू की पूरी देखभाल और खर्च संभालेंगी।
उन्होंने कहा कि घोषणा के अगले ही दिन हमारा नाम और फोटो इस्तेमाल करके स्कैनर वायरल कर दिया गया। हमने न कोई चंदा मांगा है और न आगे मांगेंगे। लोगों से भी अपील की कि इस फर्जी स्कैनर पर पैसे न डालें।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले सासन क्षेत्र में एक महिला पर दरांती और डंडे से नाबालिग ने हमला कर दिया था। महिला को गंभीर चोटें आई थीं और उपचार के दौरान पीजीआई में उसकी मौत हो गई थी।
महिला अपने दिव्यांग बेटे गोलू की अकेले देखभाल करती थी। महिला की मौत के बाद जिला भर से लोग गोलू की मदद के लिए आगे आए, लेकिन इसी संवेदनशील माहौल का फायदा उठाकर ठगों ने भावनात्मक शोषण का रास्ता चुन लिया।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसे मामलों में किसी भी QR कोड या स्कैनर को बिना सत्यापन के इस्तेमाल न करें। संवेदनशील घटनाओं में ठगी की कोशिशें बढ़ रही हैं और आरोपी भावनाओं का फायदा उठाने के लिए असली तस्वीरें और पहचान का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
तकनीकी जांच में कई अहम सुराग मिले हैं और पुलिस को उम्मीद है कि कुछ ही दिनों में ठगी करने वाले आरोपी पकड़ में होंगे। फिलहाल, सोशल मीडिया पर गोलू के नाम से शेयर होने वाले किसी भी लिंक को लेकर पुलिस ने सतर्क रहने की सलाह दी है।