#अपराध
September 4, 2025
हिमाचल में मिला लाखों का चिट्टा, सप्लाई करने आए 4 युवकों के पास पि*स्ट*ल-कार*तूस भी मिले
पुलिस ने पर्यटन नगरी में चार अंतरराज्यीय तस्करों को किया गिरफ्तार
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मनाली (कुल्लू)। हिमाचल प्रदेश की शांत वादियों में एक बार फिर नशे के काले कारोबार का पर्दाफाश हुआ है। नशा भी इतना मिला कि शायद हिमाचल में पकड़ी जाने वाली यह अब तक की सबसे बड़ी खेप है। इस नशे की खेप को पकड़ने में कुल्लू जिला की पर्यटन नगरी मनाली पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।
मनाली पुलिस ने एक विशेष अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए चार अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से करीब 258.750 ग्राम हेरोइन (चिट्टा) बरामद की है, जिसकी अनुमानित बाज़ार कीमत 20 से 25 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है। इसके साथ ही एक अमेरिका निर्मित पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस और एक मैगजीन भी जब्त की गई है।
पुलिस को खुफिया सूत्रों से सूचना मिली थी कि मनाली के वोल्वो बस स्टैंड के पास कुछ संदिग्ध गतिविधियां चल रही हैं। इसके आधार पर मनाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंजाब के बटाला नंबर की एक गाड़ी को रोका और तलाशी ली। तलाशी के दौरान गाड़ी से भारी मात्रा में नशीला पदार्थ (चिट्टा) और अवैध हथियार बरामद किए गए।
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पुलिस ने मौके से चार आरोपियों को हिरासत में लिया है, जिनकी पहचान 40 वर्षीय संजय कुमार निवासी सिद्धपुर तहसील धर्मपुर जिला मंडी, 22 वर्षीय हरमोहित दीप सिंह निवासी गांव जहादपुर जतोसरजा तहसील बटाला जिला गुरदासपुर पंजाब, 29 वर्षीय कृष्णा सिंह उर्फ मनीष मूल निवासी खगोल डाकघर दानापुर जिला पटना (बिहार) वर्तमान में जालंधर (पंजाब) में रह रहा है और 30 वर्षीय मंदीप सिंह निवासी गांव जहादपुर डाकघर जतोसरजा तहसील बटाला जिला गुरदासपुर पंजाब के रूप में हुई है।
मनाली के डीएसपी केडी सिंह ने बताया कि बरामद चिट्टे की मात्रा इतनी अधिक है कि यह कमर्शियल श्रेणी में आती है। एक ग्राम चिट्टे की कीमत करीब 5,000 से 6,000 रुपये के बीच होती है। पुलिस ने इस मामले में एनडीपीएस एक्ट की धारा 21, 25, 29 तथा आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस इस गिरफ्तारी को एक बड़े ड्रग नेटवर्क की कड़ी मान रही है। जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि बरामद हेरोइन कहां से लाई गई थी और इसे कहां पहुंचाया जाना था। प्रारंभिक जांच के मुताबिक आरोपियों के पंजाब और बिहार के नेटवर्क से जुड़े होने के संकेत मिल रहे हैं।
हिमाचल जैसे शांत राज्य में इस तरह की घटनाएं सरकार और पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में नशे के प्रसार से युवाओं के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि बाहरी राज्यों से आकर यहां ड्रग्स की तस्करी करना एक सुनियोजित रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
पुलिस प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि अगर उनके आसपास किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियां दिखाई देंए तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। मनाली पुलिस की यह कार्रवाई दर्शाती है कि कानून के शिकंजे से अपराधी बच नहीं सकते।