#अपराध
October 4, 2025
कुल्लू दशहरा में तहसीलदार से बदसलूकी: बेटी बोली- आस्था के नाम पर की गुं*डागर्दी; प्रशासन पर दागे सवाल
तहसीलदार की बेटी बोली पिता को घसीटा, पीटा, कहां था पुलिस प्रशासन
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कुल्लू। अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में तहसीलदार हरि सिंह यादव के साथ हुई मारपीट और घसीटने की घटना ने सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है। इस घटना के बाद तहसीलदार के परिवार ने जिला प्रशासन और पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। तहसीलदार की बेटी डॉ अंशुमाला ने कहा कि जब प्रदर्शनी मैदान में मेरे पिता को सरेआम घसीटा और पीटा जा रहा था, उस वक्त वहां पर तैनात 1200 से अधिक पुलिस और होमगार्ड जवान आखिर कहां थे? उन्होंने आरोप लगाया कि दशहरा जैसे अंतरराष्ट्रीय उत्सव में इतनी भारी पुलिस तैनाती के बावजूद किसी ने रोकने या बचाने का प्रयास नहीं किया।
डॉ अंशुमाला ने कहा कि देव आस्था के नाम पर उनके पिता के साथ षड्यंत्रपूर्वक अभद्रता की गई। उन्होंने बताया कि यह घटना कोई अचानक नहीं, बल्कि पिछले तीन साल से लगातार किए जा रहे हमलों और साजिशों का हिस्सा है। मेरे पिता सरकारी कार्य में तैनात थे, निजी काम से वहां नहीं गए थे। लेकिन फिर भी उन्हें निशाना बनाया गया और पुलिस.प्रशासन तमाशा देखता रहा। डॉ अंशुमाला ने कहा कि उनके पिता के साथ की गई बदसलूकी का वीडियो जमकर वायरल हुआ है। जिससे उनके पिता ही नहीं बल्कि पूरा परिवार गहरे सदमें में है।
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तहसीलदार की बेटी और पत्नी का आरोप है कि देव आस्था के नाम पर तहसीलदार हरि सिंह के साथ देवलुओं ने गुंडागर्दी की। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर एक प्रशासनिक अधिकारी के साथ ही इस तरह का व्यवहार हो सकता है तो आम जनता के साथ किस तरह का व्यवहार होगा। परिवार ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से इस पूरे मामले की जांच करने और आरोपियों के खिलाफ सख्त सजा की मांग करते हुए न्याय मांगा है।
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गवाहों के अनुसार दो अक्टूबर को ढालपुर मैदान में देवता भृगु ऋषि के देवलुओं ने तहसीलदार हरि सिंह यादव को कॉलर पकड़कर पीटा और घसीटते हुए देवता शिविर तक ले गए। इस दौरान लात.घूंसे और धक्का.मुक्की भी की गई। वहीं केवल दो-तीन पुलिसकर्मियों ने बीच.बचाव की कोशिश की, लेकिन बाद में वे भी घटनास्थल से नदारद हो गए।
परिवार का आरोप है कि अब तक न तो उपायुक्त और न ही पुलिस अधीक्षक ने इस घटना पर कोई बयान दिया है। डॉ. अंशुमाला ने कहा कि प्रशासन मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है और पुलिस ने केवल मामूली धाराओं में एफआईआर दर्ज कर खानापूर्ति की है।
तहसीलदार हरि सिंह यादव ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि इस घटना के बाद उन्हें अपनी जान को खतरा है। उन्होंने पुलिस से सुरक्षा देने और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सभी आरोपियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें स्पष्ट दिख रहा है कि तहसीलदार को भीड़ घसीटते हुए देवता शिविर तक ले जा रही है। इससे दशहरा उत्सव की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।