#अपराध
March 18, 2025
हिमाचल में चिट्टा तस्करों का पर्दाफाश, पुलिस कर्मी और सरकारी चालक समेत सात अरेस्ट
गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने घर पर दी दबिश
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कांगड़ा। हिमाचल पुलिस द्वारा नशा तस्करों पर पैनी नजर रखी जा रही है। प्रदेश के हर जिले से आए दिन कई तस्करों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाला जा रहा है। इसी कड़ी में ताजा मामला के कांगड़ा जिले से सामने आया है। जहां पुलिस टीम को चिट्टा तस्करी के मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है।
सात लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही आरोपियों से चिट्टे की खेप को भी बरामद किया है। आरोपियों में पुलिस कर्मी, सरकारी चालक और फोटोग्राफर भी शामिल है। पुलिस टीम ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर तीन दिन के लिए पुलिस रिमांड पर ले लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि राजपुर टांडा गांव के एक घर में कुछ लोग चिट्टे की खरीद-फरोख्त के लिए एकत्र हुए हैं। इसी सूचना के आधार पर बीते रविवार को पुलिस टीम ने घर में छापेमारी की। इस दौरान पुलिस टीम को घर की तलाशी लेने पर घर से हेरोइन की खेप बरामद हुई।
इसके बाद पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मौके पर मौजूद सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम ने आरोपियों के कब्जे से 12.22 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) की है- जिसकी कीमत लाखों रुपए में बताई जा रही है।
जांच में पाया गया है कि इन आरोपियों में से एक फोटोग्राफर है। संदीप कुमार सकोह पुलिस बटालियन में ड्राइवर और रिंपू कुमार शिमला खेल विभाग में ड्राइवर के पद पर कार्यरत है। राकेश कुमार ड्राइविंग स्कूल संचालक है।
मामले की पुष्टि करते हुए कांगड़ा की SP शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि सातों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से पूछताछ कर ये पता लगाया जा रहा है कि वो ये खेप कहां से लेकर आए थे और कहां बेचने जा रहे थे। उम्मीद है कि आरोपियों से पूछताछ में किसी बड़े नेटवर्क का खुलासो होगा।
विदित रहे कि, हिमाचल प्रदेश में नशा तस्करी का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है, जिससे समाज और खासकर युवा पीढ़ी पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। राज्य की शांत वादियों में अब नशे का जहर फैलाने वाले तस्कर सक्रिय हो गए हैं। स्थानीय तस्करों के साथ-साथ बाहरी राज्यों से आने वाले अपराधी भी इस अवैध कारोबार में लिप्त पाए जा रहे हैं। हिमाचल पुलिस लगातार इस चुनौती से निपटने के लिए सख्त कदम उठा रही है और बाहरी तस्करों को भी गिरफ्तार कर रही है।
हिमाचल प्रदेश की सीमाएं पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों से लगती हैं, जहां से ड्रग्स की आपूर्ति हो रही है। बाहरी तस्कर चरस, हेरोइन, अफीम और सिंथेटिक ड्रग्स हिमाचल लाकर बेच रहे हैं, जिससे राज्य के युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है। कुल्लू, मंडी, शिमला और कांगड़ा जिलों में नशा तस्करी के मामले सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं।