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February 3, 2025

हिमाचल : बच्चों ने मां-बाप को दवा बताकर लगाई चिट्टे की लत, उजड़ रहे कई परिवार

खुलेआम चल रहा चिट्टे का कारोबार

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Mandi News

मंडी। हिमाचल प्रदेश में हर वर्ग के लोग नशे के दलदल में धंसते जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के मंडी से जिले से एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है- जिसके बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। यहां सलापड़ क्षेत्र में बच्चों ने अपने माता-पिता को नशे का आदि बना दिया है। इस नशे की लत ने कई परिवारों को बर्बाद कर दिया है।

चिट्टे का कहर

यहां चिट्टे की गिरफ्त ना सिर्फ युवा बल्कि बुजुर्ग भी आ चुके हैं। अब तो हालात ऐसे बने हुए हैं कि नशे का इंतजाम करने के लिए कुछ लोग अपने घर के गहने, बर्तन, सामान समेत पेड़-पौधे बेचने को मजूर हो गए हैं। इतना ही नहीं कुछ लोग रिश्तेदारों से उधार मांग कर चिट्टा मंगवा रहे हैं।

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कई परिवार हो रहे बर्बाद

बताया जा रहा है कि यहां बच्चों को जब घर से पैसे नहीं मिले तो उन्होंने अपने माता-पिता को चिट्टे का स्वाद चखा दिया। कुछ बच्चों ने दर्द की दवा बताकर तो कुछ नहीं कई अन्य बहाने बनाकर अपने माता-पिता को नशे का आदि बना दिया। ऐसा करते-करते सिर्फ एक परिवार नहीं करीब 20 परिवार चिट्टे के दलदल में फंस गए हैं।

बेटे ने मां को दिया चिट्टे का डोज

मिली जानकारी के अनुसार, एक युवक ने अपनी मां को घुटने के दर्द की दवा बताकर चिट्टे की डोज दे दी। चिट्टे ने महिला को दर्द से राहत दी तो महिला ने दूसरे दिन फिर बेटे से वही दवा मंगवाई। काफी देर तक यही सिलसिला चलता रहा और युवक की मां नशे की आदि हो गई।

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रिश्तेदारों से मांगा पैसा उधार

इस नशे की लत में महिला ने धीरे-धीरे अपनी पूरी जमा-पूंजी खत्म कर दी। इसके बाद दोनों मां-बेटे ने रिश्तेदारों ने पैसे उधार लेना शुरू कर दिए। दोनों ने कई बार रिश्तेदारों से पैसे उधार लिए, लेकिन इसी बीच रिश्तेदारों को उन पर शक हुआ। उन्होंने जांच-पड़ताल की तो उन्हें पता चला कि दोनों मां-बेटा नशे की आदि हो चुके हैं और उन्होंने घर के बर्तन, पेड़, गैस सिलेंडर आदि जरूरी सामान तक बेच दिया है।

नशे की लत छुड़ाने में जुटीं बेटियां

रिश्तेदारों ने इस बात की जानकारी महिला की शादीशुदा बेटियों को दी। जानकारी मिलने के बाद से ही बेटियां मां और भाई को नशे के दलजल से बाहर निकालने में जुटी हुई हैं।

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खुलेआम चल रहा चिट्टे का कारोबार

उधर, ग्रामीणों का कहना है कि सलापड़ क्षेत्र में चिट्टे का कारोबार खुलेआम चल रहा है। बीते एक साल में तीन युवक नशे के कारण अपनी जान गवां चुके हैं। बावजूद इसके अभी भी लोग इस दलदल में धंसते जा रहे हैं। लोगो में नशा माफिया का इतना खौफ है कि कोई भी उनके खिलाफ कुछ कहने को तैयार ही नहीं है।

नशेड़ियों ने बनाया अड्डा

लोगों का कहना है कि खंडहर में बदले सरकारी आवासीय कॉलोनी नशेड़ियों का अड्डा बन गई है। बरमाणा और सलापड़ को जोड़ने वाले पुल पर भी ज्यादातर धंधा चलता है। नशा तस्कर यहां से प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में नशा पहुंचा रहे हैं।

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मुफ्त डोज कर रहे ऑफर

ग्रामीणों ने बताया कि नशा तस्कर चेन बनाकर सलापड़ से जंजैहली, सराज, रोहड़ू, कोटखाई और ठियोग तक नशा पहुंचा रहे हैं। इन नशा तस्करों के निशाने पर युवा और अमीर घरों के बच्चे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह तस्कर नशी की मुफ्त डोज ऑफर कर रहे हैं- दो नए ग्राहक बनाने पर ये नशा तस्कर मुफ्त नशे की डोज दे रहे हैं।

उजड़ने की कगार पर 20 परिवार

लोगों का कहना है कि सलापड़ क्षेत्र के 20 परिवार इस दलदल में फंस चुके हैं। उनके हालात खराब हो चुके हैं और वो उजड़ने की कगार पर हैं। लोगों ने नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

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मामले की पुष्टि करते हुए SP मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि पुलिस टीम द्वारा नशा तस्करों पर पैनी नजर रखी जा रही है। यह सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद पुलिस टीम ने बॉर्डर इलाकों में सख्ती बढ़ा दी है। विदित रहे कि, सलापड़ क्षेत्र से पहले भी जहरीली शराब का मामला सामने आया था। यहां साल 2022 में जहरीली शराब का सेवन करने से सात लोगों की मौत हो गई थी।

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