#अपराध
July 9, 2025
हिमाचल पुलिस के हत्थे चढ़ा पंजाबी, जेब में चिट्टे का पैकेट लिए घूम रहा था मनाली
गश्त पर थी पुलिस टीम- शक के आधार पर ली पंजाबी की तलाशी
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कुल्लू। हिमाचल प्रदेश पुलिस ने नशे के खिलाफ मुहीम छेड़ रखी है। इसी मुहीम के तहत हर जिले की पुलिस टीम आए दिन कई नशा तस्करों को गिरफ्तार कर रही है। इतना ही नहीं इन तस्करों से अलग-अलग तरह का नशा भी पुलिस टीम द्वारा बरामद किया जा रहा है।
आमतौर पर ये नशा तस्कर पर्यटक स्थलों पर काफी सक्रिय होते हैं। पर्यटक स्थलों पर स्थानीय तस्करों के साथ-साथ बाहरी तस्कर पर काफी एक्टिव होते हैं। ताजा मामला कुल्लू जिले से सामने आया है- जहां पुलिस टीम ने मशहूर पर्यटक स्थल मनाली से एक चिट्टा तस्कर को गिरफ्तार किया है।
नशे के खिलाफ जारी मुहिम के तहत मनाली पुलिस को एक तस्कर काे चिट्टे की भारी खेप बरामद की है। आरोपी युवक पंजाब का रहने वाला है और फिलहाल उससे गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस से प्राप्त
जानकारी के अनुसार, मनाली पुलिस टीम रोज की तरह गश्त पर थी। इस दौरान पुलिस टीम को वहां से गुजर रहे युवक की गतिविधियों पर शक हुआ। पुलिस टीम ने शक के आधार पर युवक को तलाशी के लिए रोका।
पुलिस टीम को देखकर युवक के पसीने छूट गए। इसी बीच पुलिस जवानों को तलाशी के दौरान आरोपी युवक के कब्जे से 10.790 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ। इसके बाद पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए खेप को अपने कब्जे में लेकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी की पहचान 40 वर्षीय तरसेम सिंह के के रूप में हुई है- जो कि पंजाब के मोगा का रहने वाला है। मामले की पुष्टि करते हुए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। आरोपी से पूछताछ कर पता लगाया जा रहा है कि वो ये खेप कहां से लाया था और कहां लेकर जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश जैसे शांत पहाड़ी राज्य में नशे की तस्करी का जाल दिन-ब-दिन गहराता जा रहा है। खासकर चिट्टा (हेरोइन), अफीम और गांजे की तस्करी के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। चिंता की बात यह है कि इस अवैध कारोबार को सिर्फ स्थानीय तस्कर ही नहीं, बल्कि पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और दिल्ली जैसे बाहरी राज्यों के संगठित गिरोह भी बढ़ावा दे रहे हैं।
पुलिस और नारकोटिक्स विभाग की रिपोर्टों के अनुसार, राज्य के सीमावर्ती जिले- कांगड़ा, ऊना, सोलन और मंडी तस्करों के लिए प्रमुख रूट बनते जा रहे हैं। ये तस्कर युवा पीढ़ी को अपना आसान शिकार बना रहे हैं, जिससे स्कूल-कॉलेज के छात्र तक इस दलदल में फंस रहे हैं।
हाल ही में पकड़े गए कई मामलों में यह सामने आया है कि बाहरी राज्यों से आए तस्कर स्थानीय युवाओं को आर्थिक प्रलोभन देकर तस्करी के जाल में फंसा रहे हैं। सरकार और पुलिस प्रशासन नशे के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। पुलिस का कहना है कि जब तक समाज जागरूक नहीं होगा और युवाओं को सही दिशा नहीं मिलेगी, तब तक इस बढ़ते खतरे को रोक पाना मुश्किल होगा।