#अपराध
November 20, 2025
हिमाचल पुलिस इन एक्शन मोड- 36 घंटे में 33 ड्रग तस्कर पहुंचाए सलाखों के पीछे- अभी और होंगे अरेस्ट
नशा तस्करों से भारी मात्रा में अलग-अलग तरह का नशा बरामद
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शिमला। हिमाचल प्रदेश पुलिस ने नशा तस्करी के खिलाफ अब तक की सबसे आक्रामक और राज्यव्यापी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने 36 घंटे के अंदर 33 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है।
17 नवंबर शाम 6 बजे से लेकर 19 नवंबर सुबह 6 बजे तक, पूरे 36 घंटे तक चला यह सुपर नाका अभियान ड्रग नेटवर्क को तोड़ने, तस्करों की आवाजाही रोकने और नशे की सप्लाई लाइन काटने पर पूरी तरह केंद्रित रहा।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, इस दौरान पूरे राज्य में इंटर-स्टेट और इंटर-डिस्ट्रिक्ट मार्गों पर 208 विशेष नाके लगाए गए। इन नाकों पर पुलिस टीमों को कड़ी निगरानी, वाहनों की गहन जांच, लगेज चेकिंग और संदिग्ध युवाओं/वाहनों की प्रोफाइलिंग सहित अतिरिक्त अधिकार दिए गए थे।
27,982 वाहनों की स्क्रीनिंग की गई। डॉग स्क्वाड, ड्रग डिटेक्शन किट, आधुनिक कैमरे और नाइट-विजन उपकरणों का इस्तेमाल हुआ। पूरे अभियान की वीडियोग्राफी कर सबूत सुरक्षित रखे गए। पुलिस का यह प्रयास न केवल हाईवे, बल्कि छोटे मार्गों, गांवों की ओर जाने वाले रास्तों और बस अड्डों के आसपास भी देखने को मिला।
सघन कार्रवाई में पुलिस ने 25 एनडीपीएस मामलों में 33 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बरामद नशे की मात्रा पुलिस के दावे और तस्करी के फैलते नेटवर्क की गंभीरता दोनों को दर्शाती है। इस 36 घंटे की कार्रवाई में बरामद नशीला पदार्थ-
सड़क सुरक्षा पर भी सख्त कार्रवाई की गई। मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 622 चालान किए गए, ताकि नशे से संबंधित ड्राइविंग और लापरवाही पर भी रोक लगाई जा सके। पुलिस की इस कार्रवाई की लोग काफी सराहना कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अभियान की सराहना करते हुए इसे केवल कानून-व्यवस्था का हिस्सा नहीं बल्कि एक सामाजिक जिम्मेदारी बताया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा हिमाचल प्रदेश में चिट्टा और नशा तस्करी को किसी भी हालत में सहन नहीं किया जाएगा।
पुलिस का यह अभियान नशामुक्त हिमाचल के संकल्प को और मजबूत करता है। CM ने पुलिस के दृढ़ संकल्प की प्रशंसा करते हुए कहा कि यदि इसी स्तर पर कार्यवाही लगातार चलती रही तो राज्य में नशे की जड़ें उखाड़ने में देर नहीं लगेगी।
DGP अशोक तिवारी ने अभियान की सफलता पर संतोष जताया, लेकिन साथ ही जनता की भागीदारी को और अधिक महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा नशे के खिलाफ यह लड़ाई तभी निर्णायक बनेगी जब समाज पुलिस के साथ खड़ा होगा। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें।
DGP ने यह भी कहा कि पुलिस ने अब नशा तस्करी से जुड़े नेटवर्क की नई प्रकार की गतिविधियों को चिन्हित किया है और आने वाले दिनों में और कड़ी कार्रवाई देखने को मिलेगी। सुपर नाका अभियान से यह संकेत साफ है कि पुलिस तस्करी की सप्लाई चैन को तोड़ने के लिए पहले से कहीं अधिक तैयार और आक्रामक है।
सीमा क्षेत्रों, मुख्य प्रवेश मार्गों, और आंतरिक जिलों में एक साथ हुई सघन चेकिंग ने ड्रग नेटवर्क के कई सक्रिय रूटों को बाधित किया है। स्थानीय स्तर पर भी इस अभियान से बड़ी संख्या में तस्करों और उपभोक्ता-तस्करों पर नकेल कसी गई है।