#अपराध
November 20, 2025
हिमाचल : बर्थडे पार्टी में हुई बहस, होटल के बाहर भिड़े युवक- एक ने कर दिया बड़ा कांड
आधी रात को होटल में चल रही थी दो अलग-अलग जन्मदिन की पार्टी
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ऊना। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में अपराध लगातार सिर उठा रहा है और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। जिले में पिछले कुछ महीनों से गोलीकांड की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। बुधवार देर रात हुए एक और गोलीकांड ने हालात की भयावहता को साफ कर दिया है।
इस बार निशाना बने हैं कांग्रेस के युवा नेता आशु पुरी, जिनकी मौके पर ही मौत हो गई। गोलीबारी में दो युवक गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें PGI चंडीगढ़ रेफर किया गया है। फिलहाल, दोनों की हालत चिंताजनक बताई जा रही है।
देर रात ऊना जिला मुख्यालय के एक निजी होटल में दो अलग-अलग बर्थडे पार्टियां चल रही थीं। दोनों समूहों के कुछ युवकों के बीच किसी मामूली मुद्दे को लेकर कहासुनी शुरू हुई। बात बढ़ी, आवाजें ऊँची हुईं, और देखते ही देखते यह तकरार होटल के अंदर से बाहर सड़क पर आ गई।
तनाव इतना बढ़ गया कि किसी ने हथियार निकाल लिया। और कुछ ही पलों में गोलियों की आवाज से पूरा क्षेत्र सहम गया। फायरिंग में संतोषगढ़ के रहने वाले युवा कांग्रेस नेता आशु पुरी की मौके पर ही मौत हो गई। दो अन्य युवक गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें PGI चंडीगढ़ रेफर कर दिया। बताया जा रहा है कि घायलों में गोली लगने और मारपीट दोनों की वजह से गंभीर चोटें हैं।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक ऊना अमित यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थान का निरीक्षण किया, सबूत जुटाने के निर्देश दिए और घटनाक्रम को लेकर प्रत्यक्षदर्शियों से बातचीत की।
इसके बाद SP यादव तुरंत अस्पताल भी पहुंचे, जहां घायलों को लाया गया था। थोड़ी ही देर में अस्पताल का परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया ताकि हालात काबू में रहें और किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
SP अमित यादव ने बताया कि झगड़ा जिन युवकों के बीच हुआ, वे एक-दूसरे को पहले से जानते थे। रात करीब 12 बजे के आसपास पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि विवाद अचानक भड़का, लेकिन पुलिस सभी पहलुओं को गंभीरता से देख रही है। मामले की गहन जांच चल रही है। जल्द ही सभी तथ्य स्पष्ट कर दिए जाएंगे।
ऊना में लगातार हो रही फायरिंग की घटनाओं ने आम लोगों में दहशत फैला दी है। स्थानीय लोग मानते हैं कि हथियार रखने वाले और शरारती तत्वों पर वर्तमान में प्रभावी अंकुश नहीं है। इस घटना के बाद पुलिस की कार्रवाई और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिरकार जिले में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद क्यों हो गए हैं।