#अपराध
July 15, 2025
हिमाचल : सरकारी स्कूल के शिक्षक की गंदी करतूत, क्लास में कई बार की छात्रा से नीचता
डर से स्कूल नहीं जा रही थी- बहन को बताई पूरी बात
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में बच्चियों, युवतियों और महिलाओं के साथ हो रही अपराधिक गतिविधियों का ग्राफ दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। हालात ऐसे हो गए हैं कि अब बच्चियों स्कूलों में भी सुरक्षित नहीं हैं। पिछले कुछ समय से आए दिन ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं- जब बच्चियों के साथ शिक्षकों द्वारा छेड़छाड़ की जा रही है।
इसी कड़ी में अब ताजा मामला हिमाचल की राजधानी शिमला से सामने आया है- जहां पर एक सरकारी स्कूल को गुरु-शिष्य के पवित्र रिश्ते को शर्मसार किया गया है। स्कूल के शिक्षक पर छठी कक्षा की छात्रा के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप लगे हैं।
पीड़ित छात्रा ने स्कूल में पढ़ाने वाले शास्त्री के अध्यापक पर छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए हैं। मामले में छात्रा के परिजनों ने बालूगंज पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत के आधार पर पुलिस टीम ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम और छेड़खानी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
जानकारी के अनुसार, ये मामला तब पुलिस तक पहुंचा- जब बीते कल जनवादी महिला समिति को इस घटना का पता चला। सूचना मिलते ही समिति का एक प्रतिनिधिमंडल ने स्कूल पहुंच कर आरोपी शिक्षक का घेर लिया।
महिला समिति की सचिव सोनिया शबरवाल ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि स्कूलों जैसी पवित्र जगहों पर बच्चियों के साथ ऐसी वारदातें सामने आना बेहद चिंताजनक बात है। आलम ऐसा हो गया है कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा अब सिर्फ पोस्टर तक ही सीमित होकर रह गया है।
उन्होंने बताया बच्ची की बहन ने खुलासा किया कि उसकी छोटी बहन कई दिनों से स्कूल नहीं जा रही थी। बार-बार पूछने पर उसने बताया कि शिक्षक उसके साथ गलत तरीके से व्यवहार कर रहा है, जिससे वह डरी हुई है और स्कूल जाने से कतरा रही है।
मामले की जानकारी देते हुए SSP शिमला संजीव गांधी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है। बच्ची की सुरक्षा सर्वोपरि है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस पीड़िता का बयान लेने के साथ-साथ स्कूल स्टाफ और अन्य विद्यार्थियों से भी पूछताछ कर रही है। जिला प्रशासन से आरोपी को निलंबित करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है।
इससे पहले, सिरमौर जिले के राजगढ़ उपमंडल के एक सरकारी स्कूल में 24 छात्राओं ने एक टीजीटी (नॉन मेडिकल) शिक्षक पर छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगाए थे। यह मामला तब सामने आया जब स्कूल में आयोजित ‘शिक्षा संवाद कार्यक्रम’ के दौरान कुछ छात्राओं ने अपनी आपबीती स्कूल प्रिंसिपल के सामने रखी।
मामला अत्यंत गंभीर देखते हुए स्कूल की यौन उत्पीड़न निवारण समिति की तत्काल बैठक बुलाई गई। इसमें पीड़ित छात्राएं, अभिभावक और शिक्षक समिति के सदस्य मौजूद थे। छात्राओं ने बैठक में बताया कि शिक्षक किस तरह से उनके साथ अनुचित व्यवहार करता था। इसके बाद मामला शिक्षा निदेशालय तक पहुंचा, जहां से आरोपी शिक्षक को सस्पेंड करने के आदेश तत्काल प्रभाव से जारी किए गए। निदेशालय ने मामले की विस्तृत जांच के निर्देश उप-निदेशक, प्राथमिक शिक्षा सिरमौर को दिए हैं।