#अपराध
May 5, 2025
हिमाचल : तस्कर ने घर पर खोल रही थी नशे की दुकान, पड़ा पुलिस का छापा- हुआ अरेस्ट
नशा तस्कर से चरस और नकदी बरामद
शेयर करें:
कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है। देहरा थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर एक व्यक्ति से चरस की खेप और नकदी बरामद की है।
पुलिस टीम ने ये बड़ी सफलता सौंत गाव के एक घर में की गई छापेमारी के दौरान हासिल की है। मामले में पुलिस ने आरोपी के घर से 131 ग्राम चरस और रुपए 67,410 की नकदी बरामद की है।
पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर उसके विरुद्ध NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी की पहचान अविनाश के रूप में हुई है- जो कि सौंत गांव का रहने वाला था।जानकारी के अनुसार, देहरा पुलिस को खुफिया सूत्रों से सूचना मिली थी कि गांव सौंत में रहने वाला अविनाश चरस का अवैध व्यापार करता है और उसके पास इस समय भी नशे की बड़ी खेप मौजूद है।
इसी आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शनिवार देर शाम को अविनाश के घर पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान पुलिस टीम ने घर की गहन तलाशी ली और इस दौरान 131 ग्राम चरस बरामद हुई। इसके साथ ही घर से ₹67,410 की नकदी भी मिली, जिसे नशे के कारोबार से जोड़कर देखा जा रहा है।
यह भी पढ़ें : भारत का पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका, हिमाचल की इस नदी का भी रोक दिया पानी
पुलिस अधीक्षक देहरा मयंक शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपी के खिलाफ NDPS एक्ट की सख्त धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है और इस दिशा में लगातार गुप्त सूचनाओं पर काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो।
एसपी मयंक शर्मा ने यह भी बताया कि छापेमारी के दौरान बरामद नकदी की भी जांच की जा रही है कि यह पैसा नशे के सौदागरी से संबंधित है या नहीं। इसके लिए बैंक खातों और वित्तीय लेन-देन की गहराई से पड़ताल की जाएगी। पुलिस ने आरोपी अविनाश को गिरफ्तार कर लिया है और उसे न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लेने की तैयारी की जा रही है, ताकि उससे पूछताछ के जरिए नशे के इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों तक भी पहुंचा जा सके।
स्थानीय लोगों के अनुसार, आरोपी अविनाश उर्फ परमाणू लंबे समय से संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त था और उसके घर पर बाहरी लोगों की आवाजाही बनी रहती थी। कई बार क्षेत्रवासियों ने इसकी जानकारी पुलिस को भी दी थी। अब जब पुलिस ने ठोस सबूतों के साथ कार्रवाई की है, तो स्थानीय लोगों में भी संतोष का भाव देखा जा रहा है।
पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में जनता का सहयोग बेहद जरूरी है। यदि लोग समय रहते सूचना दें, तो नशे के सौदागरों पर और भी प्रभावी कार्रवाई की जा सकती है। देहरा पुलिस का यह कदम निश्चित रूप से क्षेत्र में नशे के कारोबारियों के लिए एक सख्त संदेश है कि नशा बेचने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।