#अपराध
June 25, 2025
हिमाचल : चरस सप्लाई करने जा रहा था युवक, रास्ते में हो गया पुलिस से सामना- हुआ अरेस्ट
बैग में छिपाई थी युवक ने चरस की खेप
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कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में नशा तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। मनीकर्ण पुलिस ने आज मलाणा डैम के पास बुर्जीधार इलाके में नाकाबंदी के दौरान एक चरस तस्कर को गिरफ्तार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस की टीम मलाणा मार्ग पर गश्त कर रही थी। इसी दौरान बुर्जीधार के समीप एक युवक की गतिविधियां संदिग्ध लगीं। जब पुलिस ने उसे रोका तो युवक घबरा गया। इसी बीच जब पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो उसके बैग से 137 ग्राम चरस बरामद की गई।
आरोपी की पहचान महाराष्ट्र के रायगड़ जिले के निवासी सूरज प्रदीप भूते (30) के रूप में हुई है- जो महाराष्ट्र का रहने वाला है। पुलिस टीम ने आरोपी को मौके पर ही हिरासत में लेकर उसके खिलाफ NDPS एक्ट की धारा 20 के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपी कुल्लू में चरस की खरीद-फरोख्त के लिए किन लोगों के संपर्क में था और क्या इसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। जांच के दौरान मोबाइल फोन रिकॉर्ड, संपर्क सूत्रों और आवाजाही की जानकारी खंगाली जा रही है। माना जा रहा है कि युवक चरस सप्लाई करने जा रहा था, लेकिन पुलिस ने उसके इरादों पर पानी फेर दिया।
इस संबंध में SP कुल्लू डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन ने बताया कि इन दिनों जिले में पर्यटन सीजन अपने चरम पर है और इसी का फायदा उठाकर कई बाहरी राज्यों के लोग देवभूमि में नशे का अवैध कारोबार फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कुल्लू पुलिस ऐसे मादक पदार्थ तस्करों को किसी भी सूरत में बख्शने वाली नहीं है।
पुलिस अधीक्षक ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि यदि उन्हें आसपास किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि या नशे से जुड़ी जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। उन्होंने कहा कि समाज को नशे के जहर से बचाने के लिए प्रशासन और जनता का सहयोग बेहद जरूरी है।
कुल्लू पुलिस का यह त्वरित और सख्त एक्शन आने वाले दिनों में नशा कारोबारियों के लिए स्पष्ट संदेश है कि देवभूमि को नशे का अड्डा बनाने की हर कोशिश नाकाम की जाएगी। हिमाचल पुलिस इस बढ़ते खतरे को रोकने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। नियमित चेकिंग, स्पेशल ऑपरेशनों और गुप्त सूचनाओं के आधार पर कई तस्करों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। फिर भी कुल्लू, मंडी, कांगड़ा और शिमला जैसे जिले नशा तस्करी के बड़े केंद्र बनते जा रहे हैं। यह न सिर्फ एक सामाजिक संकट है, बल्कि हिमाचल की शांत और धार्मिक छवि पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।