#अपराध
September 23, 2025
हिमाचल: थूक लगाकर रोटी बनाने वाले ढाबे की बिरयानी भी अब अनसेफ घोषित, जानें उसमें क्या मिला
बिरयानी के सैंपल में मिले सनसेट येलो अनसेफ घोषित
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बद्दी (सोलन)। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला के बद्दी में एक ढाबे पर थूक लगाकर रोटी बनाने का मामला सामने आया था। ढाबे पर रसोइये द्वारा थूक लगाकर रोटी बनाने का वीडियो भी वायरल हुआ था। जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था। अब इस ढाबे की बिरयानी को लेकर भी चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
दरअसल खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा की गई जांच में ढाबे की मसाला बिरयानी और सामान्य बिरयानी के सैंपल फेल हो गए हैं। जांच रिपोर्ट में इन दोनों खाद्य पदार्थों को अनसेफ यानी असुरक्षित करार दिया गया है। सैंपलों में सनसेट येलो नामक कृत्रिम रंग की अत्यधिक मात्रा पाई गई है, जिसका उपयोग बिरयानी जैसे व्यंजनों में वर्जित है। यह रंग आमतौर पर मिठाइयों और कुछ खास खाद्य उत्पादों में सीमित मात्रा में ही अनुमत होता है, लेकिन यहां इसका गैर-कानूनी उपयोग किया गया है।
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थूक कांड सामने आने के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उक्त ढाबे से कुल चार सैंपल लिए थे। जिनमें आटा, कढ़ाही में उपयोग किया गया तेल, मसाला बिरयानी और बिरयानी शामिल थीं। सभी सैंपल कंडाघाट स्थित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजे गए। रिपोर्ट के अनुसार मसाला बिरयानी और बिरयानी दोनों ही तय मानकों पर खरे नहीं उतरे।
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इस खुलासे के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग ने ढाबा मालिक को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। विभाग की ओर से यह भी संकेत मिले हैं कि यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिलाए तो ढाबे के लाइसेंस को रद्द करने तक की कार्रवाई की जा सकती है।
खाद्य सुरक्षा आयुक्त डॉ अतुल कायस्थ ने कहा कि बद्दी में हाल ही में जिस ढाबे में थूक लगाकर रोटी बनाने का शर्मनाक मामला सामने आया था, वहीं की बिरयानी के सैंपल में भी गंभीर अनियमितता पाई गई है। यह न केवल खाद्य सुरक्षा अधिनियम का उल्लंघन है, बल्कि लोगों की सेहत के साथ सीधा खिलवाड़ है। हम इस मामले में सख्त कार्रवाई करेंगे।
बद्दी जैसे औद्योगिक क्षेत्र में इस तरह की लापरवाही पर स्थानीय लोगों ने गहरी नाराज़गी जताई है। क्षेत्र के नागरिकों का कहना है कि बाहर खाने के लिए लोग ढाबों और होटलों पर भरोसा करते हैं, लेकिन अगर वहां भी गंदगी, मिलावट और अनैतिक व्यवहार हो रहा है, तो आम जनता के लिए खतरा बढ़ जाता है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे सभी ढाबों और होटलों की समय-समय पर जांच की जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।