#अपराध
December 1, 2025
हिमाचल के युवक विदेश में बने बंधक, घर से गए थे पैसा कमाने- जानें क्या हुआ उनके साथ
विदेश में एयरपोर्ट पर पहुंचते ही फंस गए युवक
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चंबा। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के दो युवक एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह के ऐसे जाल में फंस गए- जिसकी सच्चाई किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं थी। विदेश में चमकदार करियर और आकर्षक पैकेज का सपना दिखाकर दोनों युवकों को बंधक बना लिया गय।
घर से पैसा कमाने विदेश युवकों के साथ जो हुआ वो उनके लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था। दोनों युवकों को डरा-धमाकर दिन-रात काम करवाया गया। इतना ही नहीं युवकों के परिवारों से भारी फिरौती की मांग की गई।
जानकारी के अनुसार, चंबा के भालोगी के करन सिंह और कर्मोग के अमन ने बहुत चालाकी और सूझबूझ से माफिया के चंगुल से निकलकर अपनी जान बचाई। दोनों किसी तरह म्यांमार-थाईलैंड सीमा तक पहुंचे। जान पर खेलकर वहां की थाई आर्मी के सामने आत्मसमर्पण किया और उनसे मदद की गुहार लगाई।
थाई सेना ने दोनों को सुरक्षा प्रदान की- जिसके बाद भारतीय दूतावास की पहल पर दोनों को सुरक्षित भारत वापस पहुंचाया गया। बेटों के सही-सलामत घर लौटने के बाद परिजनों ने राहत की सांस ली।
करन सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि चंबा में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई के दौरान उसकी दोस्ती देवेंद्र उर्फ डिशु और उसके दो साथियों से हुई। तीनों ने विदेश में शानदार नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया और उससे 80,000 रुपये नकद ले लिए।
करन को यश नामक व्यक्ति के जरिए थाईलैंड भेजा गया। लेकिन जैसे ही वह थाईलैंड एयरपोर्ट पहुंचा, हथियारबंद लोगों ने उसे घेर लिया और जबरन एक ‘कंपनी’ में ले जाकर बंदूक की नोक पर काम करने को मजबूर किया।
माफिया ने करन के घरवालों को कॉल कर दावा किया कि उन्होंने उसे “खरीदा” है और 5 लाख रुपये फिरौती के रूप में मांगे। डर और तनाव के बीच करन ने मौका पाकर कुछ भारतीय युवकों के साथ वहां से भागने की कोशिश की और कई किलोमीटर पैदल चलकर सीमा तक पहुंचा।
अमन ने भी लगभग वही दर्दनाक कहानी दोहराई। होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई के दौरान उसकी भी जान-पहचान देवेंद्र, डिशु और उनके अन्य साथियों से हुई। उसे विदेश में नौकरी देने का वादा कर 77,000 रुपये ले लिए गए।
थाईलैंड पहुंचते ही अमन को भी हथियारबंद गिरोह के सदस्यों ने उठा लिया और बंधक बनाकर अवैध काम करवाने लगे। भोजन, नींद और स्वास्थ्य की स्थिति दयनीय बताई जा रही है। अमन को भी मौका मिलने पर जान जोखिम में डालकर वहां से भागना पड़ा।
चंबा पुलिस ने दोनों मामलों में आरोपितों के खिलाफ कठोर धाराओं के तहत FIR दर्ज कर दी है। SP विजय कुमार सकलानी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में विदेशी नौकरी के नाम पर बड़े स्तर की ठगी और मानव तस्करी का संकेत मिला है। पुलिस ने खुलासा किया कि नेटवर्क कई स्थानों पर फैला हो सकता है और इसकी जड़ तक पहुंचने के लिए जांच तेज कर दी गई है।
यह दोनों घटनाएं साफ करती हैं कि हिमाचल के युवा बेरोजगारी और बेहतर भविष्य की उम्मीद में ऐसे ठग गिरोहों का शिकार बन रहे हैं। विदेश भेजने के नाम पर पैसों की उगाही, फर्जी वीजा, माफिया नेटवर्क और फिरौती की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
पुलिस ने युवाओं और अभिभावकों से अपील की है कि किसी भी एजेंट, बिचौलिए या अनजान व्यक्ति पर भरोसा न करें और केवल अधिकृत चैनलों के माध्यम से ही विदेश जाने की प्रक्रिया अपनाएं।