#अपराध
December 3, 2025
हिमाचल : 7 महीने रिहैब में रहा, नहीं छूटी चिट्टे की लत- परिजनों के सामने तड़प-तड़पकर तोड़ा दम
अचानक बिगड़ी युवक की तबीयत- नहीं बच सका
शेयर करें:

कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में सफेद जहर चिट्टे की लत ने कई घरों को बर्बाद कर दिया है। पिछले महज एक हफ्ते में ही इस चिट्टे के कारण तीन परिवारों ने अपने बेटों को खो दिया है। वहीं, अब ऐसा ही एक और मामला कुल्लू जिले से सामने आया है।
यहां एक 32 वर्षीय युवक की चिट्टे के सेवन के कारण मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि युवक काफी लंबे समय से नशे की गिरफ्त में था। बेटे की मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
जानकारी के अनुसार, अरुण कुमार (32) को नशे की लत लगी हुई थी। पिछले कल अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई। बेटे की हालत देखकर परिजन घबरा गए और आनन-फानन में उसे उपचार के लिए मनाली के मिशन अस्पताल लेकर पहुंचे।
अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों ने उसको प्राथमिक उपचाप दिया, लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू रेफर कर दिया। मगर जब तक परिजन उसे लेकर कुल्लू अस्पताल पहुंचते- उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
DSP मनाली केडी शर्मा ने मामले की पुष्टि बताया कि पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है। मामले में आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। पुलिस टीम ने परिजनों ने बयान कलमबद्ध कर लिए हैं।
परिजनों ने बताया कि अरुण काफी लंबे समय से नशे का आदी था। उन्होंने उसकी नशे की लत छुड़वाने की बहुत कोशिश की। उसे करीब 7 महीने तक नशा मुक्ति केंद्र में भी रखा गया, लेकिन वो नहीं सुधरा। अब नशा ही उसकी मौत का कारण बन गया। अगर वक्त रहते वो इस नशे को छोड़ देता तो आज वो जिंदा होता।
वहीं, अब ये नया मामला सामने आने के बाद हिमाचल चिट्टे के बढ़ते चलन पर एक बार फिर से सवाल उठने शुरू हो गए हैं। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से भी एक ऐसा ही केस सामने आया था। जहां चिट्टे के ओवरडोज के कारण एक 19 साल के लड़के की जान चली गई। जान गंवाने वाला लड़का- मोहित सिर्फ 19 साल की ही उम्र में नशे का आदी हो गया था। ओवरडोज के बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल भी ले जाया गया था, मगर अस्पताल पहुंचते ही उसकी जान चली गई।