#अव्यवस्था
December 3, 2025
हिमाचल: जोरावर स्टेडियम में पुलिस ने छात्रों पर बरसाई लाठियां, 12 को आई चोटें
विधानसभा घेराव के प्रयास पर पुलिस ने छात्रों से की धक्का मुक्की
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धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के तपोवन परिसर में जारी शीतकालीन सत्र के दौरान जहां सदन के अंदर विपक्ष लगातार सरकार पर तीखे सवाल दाग रहा है, वहीं सदन के बाहर माहौल उससे भी ज्यादा गर्म हो रहा है। आज बुधवार को जोरावर स्टेडियम के बाहर सरकार विरोधी प्रदर्शनों ने उस समय उग्र रूप ले लिया, जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ;।ठटच्द्ध के छात्रों पर पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ीं। विधानसभा घेराव की कोशिश कर रहे छात्रों और पुलिस के बीच जोरदार झड़प के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव फैल गया।
बुधवार सुबह ।ठटच् कार्यकर्ता अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर जोरावर स्टेडियम में एकत्र हुए और विधानसभा की ओर बढ़ने का प्रयास किया। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड पर धावा बोला और गेट खोलने की कोशिश की। मौके पर मौजूद पुलिस जवानों ने भीड़ को रोकने के लिए पहले धक्का.मुक्की की, लेकिन हालात बिगड़ते देख लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस के इस लाठीचार्ज में 12 छात्रों के घायल होने की सूचना है। जिसकी पुष्टि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने की है। उन्होंने कहा कि 12 छात्र घायल हुए हैं, जिसमें छात्रों के साथ छात्राएं भी शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार प्रदर्शनकारी विधानसभा तक पहुंचकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करना चाहते थे। जैसे ही भीड़ ने बैरिकेड हटाए, पुलिस ने गेट के अंदर घुसकर छात्रों को पीछे धकेला और कई छात्रों को पकड़कर एक भवन में ले जाया गया। पुलिस कर्मियों ने कई छात्रों पर लात घूंसे भी बरसाए, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। छात्रों का आरोप है कि सरकार उनकी समस्याओं से बचने का प्रयास कर रही है, वहीं पुलिस उन पर अनावश्यक बल प्रयोग कर रही है।
ABVP नेताओं का कहना है कि इन सब कारणों से प्रदेश के युवा निराश हैं। परिषद का आरोप है कि सरकार “खोखले आश्वासन” देकर छात्रों को बरगलाने की कोशिश कर रही है। ABVP ने चेतावनी दी है कि यदि शिक्षा और रोजगार मुद्दों पर तुरंत फैसला नहीं लिया गया, तो कांगड़ा सहित प्रदेशभर में बड़े पैमाने पर आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
सरकार के लिए मुश्किलें यहीं खत्म नहीं हुई हैं। 4 दिसंबर को भाजपा भी जोरावर स्टेडियम में ही सरकार के खिलाफ एक विशाल प्रदर्शन करने जा रही है। प्रदेशभर से कार्यकर्ताओं के पहुंचने की उम्मीद है, जिससे विधानसभा सत्र के दौरान सुरक्षा और भी कड़ी करनी पड़ेगी।