#अव्यवस्था
December 4, 2025
मंत्री विक्रमादित्य का तगड़ा एक्शन- लेटलतीफ ठेकेदारों को किया बाहर, टेंडर भी रद्द
ठेकेदारों ने मंत्री नाखुश, अब दोबारा होंगे टेंडर
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कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY), तीसरे चरण के तहत चल रहे सड़क निर्माण कार्यों में गंभीर अनियमितताओं और देरी का मुद्दा जोरदार तरीके से उठा।
PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सदन में स्वीकार किया कि कई जगहों पर कार्य समय पर नहीं बढ़ा और गुणवत्ता को लेकर भी शिकायतें मिली हैं। मंत्री ने बताया कि विभाग ने कड़ा कदम उठाते हुए पांच सड़क परियोजनाओं को टर्मिनेट कर दिया है।
मंत्री विक्रमादित्य ने तगड़ा एक्शन लेते हुए लेटलतीफ ठेकेदारों के टेंडर भी रद्द कर दिए हैं। इन पांच सड़क परियोजनाओं को टर्मिनेट कर दिया गया है-
चीफ इंजीनियर स्तर पर समीक्षा के बाद इन्हें तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिया गया है। मंत्री ने साफ कहा कि इन कार्यों के फिर से टेंडर जारी होंगे और विभाग यह सुनिश्चित करेगा कि नए ठेकेदार समय पर और गुणवत्ता के साथ सड़कें तैयार करें।
सदन में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सड़क निर्माण में कोई भी ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा किक्वालिटी से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं होगा। काम में देरी करने वाले ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।
भविष्य की परियोजनाओं में एक ठेकेदार को एक समय में अधिकतम दो सड़कें ही आवंटित की जाएंगी, ताकि क्षमता से अधिक काम लेकर गुणवत्ता प्रभावित न हो। यह फैसला पिछले कुछ महीनों से चल रहे धीमे काम और लापरवाही की शिकायतों के बाद लिया गया है।
मंत्री ने कांगड़ा जिले की अन्य सड़क परियोजनाओं को लेकर भी गंभीर चिंता जताई। बताया गया कि कई स्थानों पर कार्य की गुणवत्ता और प्रगति दोनों संदेह के घेरे में हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए विभागीय सचिव को निर्देश दिए गए हैं कि चार दिनों के भीतर विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार की जाए।
रिपोर्ट के बाद दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सदन में प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, 57 सड़कें कांगड़ा में PMGSY-III के तहत निर्माणाधीन हैं।इनमें से 23 सड़कें पुरानी तकनीक से, 7 सड़कें सीमेंट बेस से और 27 सड़कें FDR तकनीक से बनाई जा रही हैं। जबकि, 4 सड़कें पूरी हो चुकी हैं, 15 सड़कें मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य और 14 सड़कों का 50% कार्य पूरा बताया गया है। मंत्री ने माना कि राज्यभर में PMGSY थ्री में देरी हुई है, लेकिन सरकार इसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने को प्रतिबद्ध है।
नियम-62 के तहत फतेहपुर के विधायक भवानी सिंह पठानिया ने अपने क्षेत्र की पाँच–छह सड़कों पर विशेष तौर पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण में गलत कॉन्ट्रैक्टर लगाए गए और गुणवत्ता अत्यंत खराब है। देरी और लापरवाही पर जुर्माना और ब्लैकलिस्टिंग की कार्रवाई की जानी चाहिए। उनकी टिप्पणी के बाद सदन में सड़क निर्माण पर जवाबदेही को लेकर चर्चा और तीखी हो गई।