#उपलब्धि
October 13, 2025
हिमाचल की प्रतिभा ने बॉलीवुड सुंदरियों को पछाड़ा, पहली फिल्म के लिए मिला एक और बड़ा अवार्ड
लापता लेडीज’ ने कुल 13 फिल्मफेयर अवॉर्ड्स अपने नाम किए
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के जिला शिमला स्थित रोहड़ू के एक छोटे से गांवन दरोटी में एक साधारण परिवार में जन्मी प्रतिभा रांटा की कहानी हमेशा से एक सपने की तरह थी। बचपन से ही उनके दिल में अभिनय का जुनून था। बॉलीवुड के सबसे प्रतिष्ठित मंच फिल्मफेयर अवॉर्ड्स 2025 की रात इस बार हिमाचल प्रदेश के लिए यादगार बन गई।
शिमला जिले की युवा और प्रतिभाशाली अभिनेत्री प्रतिभा रांटा ने अपने शानदार अभिनय से न केवल सिनेमा जगत को चौंका दिया, बल्कि अपने गृह प्रदेश का नाम भी रौशन कर दिया। प्रतिभा ने किरण राव निर्देशित चर्चित फिल्म ‘लापता लेडीज’ में अपने दमदार और सहज अभिनय के लिए ‘बेस्ट एक्ट्रेस (क्रिटिक्स)’ का प्रतिष्ठित पुरस्कार जीता।
यह फिल्मफेयर अवॉर्ड्स की वह घड़ी थी जब मुंबई के स्टार-स्टडेड मंच पर हिमाचल की यह बेटी पूरे आत्मविश्वास के साथ खड़ी थी। प्रतिभा ने फिल्म में ‘जया त्रिपाठी सिंह’ उर्फ ‘पुष्पा रानी’ का किरदार निभाया था- एक ऐसी युवती जो सामाजिक बंधनों से निकलकर अपनी पहचान खुद गढ़ती है।
फिल्म समीक्षकों ने उनके प्रदर्शन को “प्राकृतिक, भावनात्मक और नायाब” करार दिया था। कई आलोचकों ने इसे फिल्म का “शो स्टीलिंग” रोल बताया। प्रतिभा की यह जीत सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि छोटे पहाड़ी राज्यों से आने वाले कलाकारों के सपनों की जीत भी है।
प्रतिभा ने कहा कि यह मेरा बचपन का सपना था। मैं इसे अपने परिवार को समर्पित करती हूं, जो आज भी हिमाचल के पहाड़ों में अपनी सादगी भरी जिंदगी जी रहे हैं और शायद यह खबर सुनकर ही मेरी तरह भावुक हो जाएंगे।”
उनकी यह फिल्म ‘लापता लेडीज’ समारोह में छाई रही और कुल 13 फिल्मफेयर अवॉर्ड्स अपने नाम किए- जिनमें सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक (किरण राव), सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता (रवि किशन) और सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री (छाया कदम) शामिल हैं।
प्रतिभा रांटा के लिए यह लगातार दूसरी बड़ी उपलब्धि है। इससे पहले, इसी फिल्म के लिए उन्हें iifa अवॉर्ड्स 2025 में ‘बेस्ट डेब्यू एक्ट्रेस (फीमेल)’ का सम्मान मिल चुका है। इस तरह, बॉलीवुड में उनका आगाज़ ऐतिहासिक रहा है।
शिमला के रोहड़ू उपमंडल के समीप स्थित उनके पैतृक गांव में इस खबर से जश्न का माहौल है। उनके माता-पिता सेब के बागानों की देखभाल करते हैं और सादगी से भरी जिंदगी जीते हैं। परिवार के लोगों ने कहा कि प्रतिभा बचपन से ही आत्मविश्वासी और रचनात्मक थीं, और पहाड़ों के शांत वातावरण ने उनके भीतर गहरी संवेदनशीलता और सादगी भरी दृष्टि विकसित की।
प्रतिभा ने अपनी पढ़ाई के दौरान ही मुंबई के एक संस्थान से फिल्म मेकिंग में ग्रेजुएशन किया और धीरे-धीरे अभिनय के क्षेत्र में कदम रखा। TV शो ‘कुर्बान हुआ’ और वेब सीरीज ‘हीरा मंडी’ में उनके किरदारों ने उन्हें पहचान दिलाई, लेकिन ‘लापता लेडीज’ ने उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दे दी।
आज प्रतिभा रांटा सिर्फ हिमाचल ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। उनकी यह उपलब्धि यह साबित करती है कि कला, समर्पण और प्रतिभा किसी भौगोलिक सीमा में नहीं बंधती। स्थानीय नेताओं, कलाकारों और आम जनता ने भी प्रतिभा की सफलता पर गर्व जताया है।