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June 12, 2025
हिमाचल के पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर को मिली बड़ी जिम्मेदारी, भारतीय वॉलीबॉल महासंघ के अध्यक्ष बने
नागालैंड के प्रेम सिंह को दो वोट से हराकर बने अध्यक्ष
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नई दिल्ली/शिमला। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर को भारतीय वॉलीबॉल महासंघ का अध्यक्ष चुना गया है। वीरेंद्र कंवर भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व की जयराम सरकार के समय में मंत्री रह चुके हैं। बीते शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित हुए चुनाव में सबसे अधिक वोट प्राप्त कर उन्होंने यह पद हासिल किया। वीरेंद्र कंवर हिमाचल प्रदेश ओलिम्पिक संघ के भी अध्यक्ष हैं। अब उन्हें भारतीय वॉलीबॉल महासंघ की कमान सौंपी गई है।
हिमाचल प्रदेश ओलिम्पिक संघ के महासचिव राजेश भंडारी ने बताया कि यह पहली बार है जब भारतीय वॉलीबॉल महासंघ की कमान किसी हिमाचली को मिली है। इससे वॉलीबॉल खेल को बढ़ावा मिलने के साथ साथ हिमाचल के खिलाड़ियों को भी लाभ होगा। बता दें कि वीरेंद्र कंवर ने शनिवार को नागालैंड के प्रेम सिंह बेजोर को हराकर यह पद हासिल किया। इसके अलावा राजस्थान से राम नंद चौधरी को भारतीय वालीबाल महासंघ का महासचिव चुना गया है।
हिमाचल भाजपा नेता वीरेंद्र कंवर पूर्व की जयराम सरकार में ग्रामीण विकास, पंचायती राज मंत्री रह चुके हैं। वीरेंद्र कंवर के भारतीय वॉलीबॉल महासंघ का अध्यक्ष बनने पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने उन्हें बधाई दी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि हमारी कैबिनेट में साथी रहे पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर जी को अखिल भारतीय वॉलीबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष चुने जाने पर बहुत बहुत बधाई। निश्चित तौर पर वॉलीबॉल खेल को बढ़ावा देने के साथ.साथ इस खेल से जुड़े प्रदेश के युवाओं को आप बड़े मंच एवं मुकाम तक पहुंचाने की दृष्टि अहम भूमिका निभाएंगे, ऐसा मुझे विश्वास है। बता दें कि वीरेंद्र कंवर भारतीय वॉलीबॉल महासंघ के अध्यक्ष बनने के बाद अपने गृह क्षेत्र ऊना पहुंचे। यहां पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। लोगों ने उन्हें सम्मानित भी किया।
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नई दिल्ली में शनिवार को हुए चुनाव में वीरेंद्र कंवर ने नागालैंड के प्रेम सिंह बेजोर को दो वोट से हरा दिया। वीरेंद्र कंवर को कुल 33 वोट मिले। जबकि प्रेम सिंह को 31 वोट मिले थे। वहीं, अध्यक्ष पद की रेस में शामिल बिहार के आनंद शंकर को एक भी वोट नहीं मिला। वह अध्यक्ष पद के तीसरे उम्मीदवार थे। इन चुनावों में अंतरिम समिति का भी चयन किया गया।
इसी तरह से राजस्थान के रामानंद चौधरी ने 33 वोट हासिल किए और वह नए महासचिव बने, उन्होंने महाराष्ट्र के नीलेश जगताप को चार वोटों से हराया। वहीं तेलंगाना के एन वी हनमनाथ और असम के सुशांत विश्वा 36.36 मतों के साथ उपाध्यक्ष चुने गये। जबकि मध्यप्रदेश के हरि सिंह चौहान को कोषाध्यक्ष चुना गया है। आनंद शंकर और कुलदीप वत्स ने दो संयुक्त सचिव पदों पर जीत हासिल की।
इसी तरह से पार्थ दास, एस रामदास, उत्तम राज, मिथलेश कुमार और बिनॉय जोश को कार्यकारी समिति के सदस्य के रूप में चुना गया। इन चुनावों से पहले रोहित राजपाल की अगुवाई वाली तदर्थ समिति महासंघ का कामकाज देख रही थी।