#उपलब्धि
November 10, 2025
हिमाचल : गांव की बेटी बनी अफसर, माता-पिता ने खुशी में बांटे लड्डू; मनाया जश्न
युवाओं से भी अपील की है कि वे अपने सपनों को छोटा न समझें
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शिमला। हिमाचल की शांत वादियों में बसे रामपुर क्षेत्र से एक और सुनहरी कामयाबी की खबर आई है। खनेरी गांव की बेटी रिशिका ने चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की प्रतिष्ठित परीक्षा उत्तीर्ण कर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र का मान बढ़ाया है
3 नवंबर को उन्हें आधिकारिक रूप से चार्टर्ड अकाउंटेंट का दर्जा मिला, जिसके बाद उनके घर-आंगन में बधाइयों का तांता लगा हुआ है। रिशिका की इस सफलता के बाद उनके परिजन काफी खुश हैं।
रिशिका की शुरुआती पढ़ाई खनेरी स्थित स्प्रिंग डेल पब्लिक स्कूल में हुई। इसके बाद उन्होंने दिल्ली पब्लिक स्कूल, झाकड़ी से कॉमर्स विषय में 11वीं-12वीं कक्षाएं पूरी कीं। उच्च शिक्षा के लिए वह हिमाचल की सीमाओं से आगे बढ़ीं और चंडीगढ़ के MCM DAV कॉलेज से B.COM ऑनर्स की डिग्री वर्ष 2021 में हासिल की।
B.COM के बाद उन्होंने जनवरी 2022 से 2025 तक RAV एसोसिएट्स, पंचकूला से आर्टिकलशिप और CA की प्रोफेशनल तैयारी की। कठिन परिश्रम और अनुशासित दिनचर्या के बूते उन्होंने सितंबर 2025 में परीक्षा को सफलतापूर्वक उत्तीर्ण कर लिया। CA जैसी कठोर और चुनौतीपूर्ण परीक्षा में सफलता प्राप्त करना किसी भी विद्यार्थी के लिए गौरव का क्षण होता है।
रिशिका ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता अश्वनी कुमार गुप्ता और सविता गुप्ता को देते हुए कहा कि उनके माता-पिता ने हमेशा उन्हें बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का साहस दिया। उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिता ने मुझे कभी सीमाओं में नहीं रोका। चाहे पढ़ाई हिमाचल में हो या बाहर, उन्होंने हमेशा कहा-एक कदम और आगे बढ़ो।
रिशिका बताती हैं कि बचपन में ही उन्होंने यह निर्णय कर लिया था कि उन्हें चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना है। इसी लक्ष्य ने उन्हें प्रतिदिन मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। CA का रास्ता लंबा और अनुशासन मांगे वाला होता है, लेकिन जब लक्ष्य साफ हो तो कठिनाइयां रास्ता नहीं रोकतीं।
रिशिका ने प्रदेश के युवाओं से भी अपील की है कि वे अपने सपनों को छोटा न समझें। उन्होंने कहा कि सपना चाहे बड़ा हो या छोटा, यदि मेहनत सच्ची हो तो मंजिल अपनी जगह से हिलती नहीं। परिवार और शिक्षकों की बातों पर विश्वास रखें, ईमानदार परिश्रम करें, सफलता जरूर मिलेगी।
खनेरी और रामपुर क्षेत्र में इस सफलता को लेकर गर्व और प्रसन्नता का माहौल है। यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि हिमाचल की बेटियां हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं और समाज के लिए प्रेरणा बन रही हैं।