#उपलब्धि
June 11, 2025
हिमाचल की SECOND टॉपर बनी सिमरन, बिन पिता की बेटी ने बढ़ाया मां का मान- खुशी से हुई भावुक
मेहनत का मिला पूरा परिणाम
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ऊना। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय HPU ने अप्रैल 2025 में आयोजित BCOM. अंतिम वर्ष की परीक्षा परिणाम रिकॉर्ड समय में जारी कर दिया है। इस परीक्षा परिणाम में भी प्रदेश की बेटियों ने बाजी मारी है। BCOM. अंतिम वर्ष के परिणाम में छात्राओं ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मेरिट सूची में वर्चस्व कायम किया है। कुल परिणाम 97.56 प्रतिशत रहा- जो BCOM. जैसे प्रतिस्पर्धी पाठ्यक्रम में उल्लेखनीय उपलब्धि है।
इस साल BCOM अंतिम वर्ष का परीक्षा परिणाम 97.56 प्रतिशत रहा। इस प्रतिशत में कम्पार्टमेंट के मामले भी शामिल हैं, जो दर्शाता है कि अधिकांश छात्रों ने परीक्षा सफलतापूर्वक पास की है। इस परीक्षा में कुल 2538 उम्मीदवार शामिल हुए थे, जिनमें से 2324 उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए हैं।
इसी कड़ी में राजकीय महाविद्यालय दौलतपुर चौक की छात्रा सिमरन ने पूरे प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। सिमरन ने ये उपलब्धि हासिल कर अपने परिवार, कॉलेज और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। सिमरन ने 8.62 CGPA अर्जित कर यह स्थान प्राप्त किया है। यह केवल एक परीक्षा में सफलता नहीं, बल्कि सिमरन की कड़ी मेहनत, समर्पण और संघर्ष की कहानी है।
सिमरन मूल रूप से पंजाब के होशियारपुर में स्थित अमरोह गांव से ताल्लुक रखती हैं। वर्तमान में सिमरन दौलतपुर चौक स्थित डिग्री कॉलेज में अध्ययनरत हैं। सिमरन के पिता का देहांत हो चुका है। सिमरन की मां आशा रानी एक गृहिणी हैं। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद सिमरन ने हार नहीं मानी और पढ़ाई को ही अपना लक्ष्य बनाया।
सिमरन बताती हैं कि अब वो MCOM. में एडमिशन लेंगी। सिमरन ने बताया कि वो शिक्षक बनना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि अध्यापन न केवल एक पेशा है, बल्कि एक सेवा है, जिसके जरिए वे आने वाली पीढ़ियों को ज्ञान और दिशा देना चाहती हैं।
सिमरन ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां, परिवार के अन्य सदस्यों और कॉलेज के शिक्षकों को दिया। उन्होंने कहा कि जब भी वे किसी कठिनाई में होती थीं- तो मां का भावनात्मक सहारा और शिक्षकों की मार्गदर्शना उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देती थी। उन्होंने बताया कि परीक्षा के दिनों में उन्होंने पूरी एकाग्रता के साथ पढ़ाई की और खुद से वादा किया था कि वे मेरिट सूची में अपना स्थान जरूर बनाएंगी।
सिमरन ने कहा कि आज के समय में लड़कियों को भी शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के भरपूर अवसर हैं, बस जरूरत है लगातार प्रयास और आत्मविश्वास की। उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि अगर मेहनत ईमानदारी से की जाए, तो कोई मंजिल दूर नहीं होती।
विदित रहे कि, इस वर्ष BCOM. अंतिम वर्ष की परीक्षा में बेटियों ने जो सफलता हासिल की है- वह नe केवल शैक्षणिक क्षेत्र में उनकी मेहनत को दर्शाती है बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा भी बनती है। विश्वविद्यालय प्रशासन को आशा है कि यह उत्कृष्टता का सिलसिला है।