#अपराध
June 11, 2025
हिमाचल : जेल में हुई पहचान, बाहर निकलते ही फर्जी कर्नल बना ठग- सेना में भर्ती का झांसा देकर लूटे युवा
धर्मशाला के खनियारा गांव में ग्रामीणों ने रंगे हाथों पकड़ा ठग
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कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला क्षेत्र में सेना के नाम पर एक बड़ी ठगी का मामला सामने आया है। कांगड़ा जिले के खनियारा गांव में खुद को "कर्नल" बताने वाले एक शातिर ने कई युवाओं को सेना में भर्ती करवाने का सपना दिखाकर हजारों रुपए ठग लिए।आरोपी की पहचान पालमपुर के पचरुखी गांव निवासी रमेश डोगरा के रूप में हुई है। गांव में जब वह रंगे हाथों पकड़ा गया, तो लोगों ने उसे तुरंत पुलिस के हवाले कर दिया।
इस मामले की सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि ठगी की शुरुआत जेल से हुई पहचान से हुई थी। जयसिंहपुर के शक्ति चंद ने पुलिस को बताया कि उसकी रमेश से पहचान धर्मशाला जेल में हुई थी। वहीं से रमेश ने उसका फोन नंबर लिया और बाहर आकर संपर्क किया।
बाहर आते ही रमेश ने खुद को सेना का कर्नल बताकर झांसा दिया और कहा कि वह उसके बेटे को सेना में भर्ती करवा सकता है। इस नाम पर 50 हजार रुपए मांगे गए और 11 हजार रुपए की रकम पहली किस्त में ले ली गई।
जैसे ही शक्ति चंद ने पैसे वापस मांगे, रमेश डोगरा मौके से भागने लगा। ग्रामीणों को संदेह हुआ और उसे धर दबोचा गया। तलाशी लेने पर पुलिस को रमेश के पास से फर्जी जॉइनिंग लेटर और कुछ संदिग्ध दस्तावेज भी मिले हैं।
धर्मशाला पुलिस अब रमेश के मोबाइल और जब्त दस्तावेजों की फोरेंसिक जांच करवा रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि कहीं वह किसी बड़े ठगी गिरोह का हिस्सा तो नहीं।
पुलिस के अनुसार, रमेश खासकर ग्रामीण इलाकों के बेरोजगार युवाओं को निशाना बना रहा था, जहां सेना में भर्ती को लेकर एक खास भरोसा और सपना देखा जाता है। जिन युवाओं ने शिकायत की है, उनमें अक्षय, अमनदीप, संदीप, सोनू और सुरजीत के नाम सामने आए हैं।
एसएचओ नारायण सिंह ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और आरोपी के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति यदि सेना या किसी सरकारी नौकरी के नाम पर पैसे मांगे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।