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September 7, 2025
हिमाचल : सूबेदार मेजर का बेटा बना लेफ्टिनेंट, पिता को वर्दी में देख जागा सेना में जाने का जुनून
शिक्षा और परिश्रम की प्रेरणादायक यात्रा
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कांगड़ा। कहते हैं कि हौसलों की उड़ान जब आसमान छू लेती है, तो गांव-गांव की मिट्टी भी गौरव से महकने लगती है, जिसके सीने में देशभक्ति की ज्वाला हो प्रखर, वो हर राह कठिनाइयों को पार कर लेता है।
इन्हीं शब्दों को बखूबी चरितार्थ करता है कांगड़ा जिले के होनहार बेटे अखिल का जीवन। अखिल ने भारतीय सेना में शामिल होकर अपने गांव और क्षेत्र का मान बढ़ाया है। अखिल सेना में लेफ्टिनेंट बन गया है।
लंबागांव खंड की कोसरी पंचायत के होनहार युवा अखिल ने सेना में कमीशन पास कर लेफ्टिनेंट की गौरवशाली उपाधि हासिल की है। इस कामयाबी के बाद पूरे क्षेत्र में खुशी और गर्व का माहौल है। अखिल की इस सफलता के बाद उनके माता-पिता खुशी से भावुक हो गए। अखिल के पिता का कहना है कि उनके पिता ने उनका सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है।
अखिल ने बचपन से ही अनुशासन और लगन को अपनी ताकत बनाया। उन्होंने बचपन में सेना में अफसर बनने का सपना संजोया और कठिन परिश्रम से उसे साकार कर दिखाया। उन्होंने जमा दो तक की पढ़ाई आर्मी स्कूल, योल से पूरी की। यहीं से उनमें सैनिक जीवन की अनुशासित झलक स्पष्ट होने लगी थी। इसके बाद अखिल ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) हमीरपुर से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की।
अखिल की इस सफलता के पीछे परिवार का महत्वपूर्ण योगदान है। उनके पिता सूबेदार मेजर के पद से भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं और उन्होंने बेटे को बचपन से ही अनुशासन और देशभक्ति की राह दिखाई।
वहीं, अखिल की माता एक गृहिणी हैं, जिन्होंने बेटे को हमेशा शिक्षा और संस्कार की मजबूत नींव दी। माता-पिता का आशीर्वाद और प्रेरणा ही अखिल की इस बड़ी उपलब्धि का आधार बनी। अखिल के परिजनों ने बताया कि बचपन से ही जब भी वो अपने पिता को वर्दी में देखता था तो हमेशा कहता था कि एक दिन वो भी बड़ा अफसर बनेगा।
अखिल के लेफ्टिनेंट बनने की खबर जैसे ही क्षेत्र में पहुंची, कोसरी पंचायत में खुशी की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने कहा कि अखिल ने न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम ऊंचा किया है। युवाओं के लिए वह प्रेरणा का स्रोत बन गए हैं, जिन्होंने साबित किया है कि मेहनत और लगन से हर सपना पूरा किया जा सकता है।