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September 7, 2025

हिमाचल : छोटे से गांव के बेटे ने बिना कोचिंग के NET/JRF किया क्वालीफाई, देशभर में पाया तीसरा रैंक

वन विभाग में कार्यरत हैं हिमांशु की मां

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Himanshu Sharma

शिमला। हिमाचल प्रदेश के होनहार युवा हर क्षेत्र में अपनी सफलता के परचम लहरा रहे हैं। इन्हीं होनहारों की सूची में अब शिमला जिले के एक बेटे ने भी अपना नाम जोड़ लिया है। शिमला ग्रामीण क्षेत्र के हलोग धामी गांव के हिमांशु शर्मा ने अपनी मेहनत और लगन से प्रदेश का नाम रोशन किया है।

देशभर में पाया तीसरा रैंक

HPUI से रसायन शास्त्र (केमिस्ट्री) में PHD कर रहे हिमांशु ने CISR-NET JRF परीक्षा में ऑल इंडिया स्तर पर तीसरी रैंक हासिल कर बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है। उनकी इस कामयाबी से परिवार, क्षेत्र और विश्वविद्यालय में हर्ष का माहौल है।

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युवाओं को दिया संदेश

हिमांशु ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है। उनका कहना है कि यह उपलब्धि निरंतर परिश्रम, आत्मविश्वास और धैर्य बनाए रखने से ही संभव हो पाई। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि मेहनत में निरंतरता और विश्वास बनाए रखें, सफलता अवश्य मिलेगी।

बिना किसी कोचिंग के पाई सफलता

खास बात यह है कि हिमांशु ने इस प्रतिष्ठित परीक्षा की तैयारी बिना किसी कोचिंग संस्थान के सहारे की और आत्म-अध्ययन के बलबूते पर देशभर में शीर्ष स्थान प्राप्त किया। हिमांशु की मां, जयवंती शर्मा, वन विभाग में कार्यरत हैं। उनकी इस सफलता से पूरा परिवार गौरवान्वित महसूस कर रहा है। क्षेत्र के लोग भी हिमांशु की इस उपलब्धि को युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा मान रहे हैं।

 

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पहले भी कर चुके नाम रोशन

यह पहली बार नहीं है जब हिमांशु ने अपनी मेधा का लोहा मनवाया हो। इससे पहले वह GATE-2025 परीक्षा में 65वीं रैंक प्राप्त कर चुके हैं। लगातार दूसरी बड़ी उपलब्धि हासिल करने के बाद हिमांशु अब देश के शीर्ष छात्रों में शुमार हो गए हैं।

हिमाचल के लिए गौरव की बात

विशेषज्ञ मानते हैं कि राष्ट्रीय स्तर की इन परीक्षाओं में स्थान प्राप्त करना आसान नहीं होता। लाखों विद्यार्थी हर साल इस परीक्षा में शामिल होते हैं, जिनमें से कुछ ही चुनिंदा छात्र शीर्ष स्थान पर पहुंच पाते हैं। ऐसे में हिमांशु का तीसरा रैंक पाना हिमाचल प्रदेश और खासकर शिमला जिले के लिए गौरव की बात है।

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