#हादसा
June 12, 2025
हिमाचल : ड़िवाइडर से टकराई तेज रफ्तार बाइक, दो दोस्त थे सवार- एक नहीं बचा; नाजुक हालत में दूसरा
तेज स्पीड में थी बाइक, बिगड़ गया संतलुन
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ऊना। हिमाचल प्रदेश में सड़क हादसों में जान गंवाने वालों का सिलसिला कम होने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन पेश आ रहे इन सड़क हादसों में कई लोग अपनी जान गवां रहे हैं। इसी कड़ी में ताजा मामला अब हिमाचल के ऊना जिले से सामने आया है- जहां एक परिवार ने अपना जवान बेटा सड़क हादसे में खो दिया है।
जवान बेटे की मौत के बाद परिवार गहरे सदमे में है। इस हादसे ने पूरे परिवार और इलाके को झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे के बाद पूरे गांव में माहौल गमगीन बना हुआ है। आज युवक का उसके पैतृक गांव के शमशान घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त युवक अपने दोस्त के साथ बाइक पर जा रहा था। इसी दौरान उनके साथ एक हादसा पेश आ गया और इसमें एक की मौत हो गई। जबकि, दूसरे की हालत भी नाजुक बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार, हादसा बीती शाम को दौलतपुर-तलवाड़ा रोड पर पेश आया है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बाइक तेज रफ्तार में थी- जिस पर दो युवक सवार थे। दौलतपुर चौक के पास वई गांव में युवकों का बाइक पर से संतुलन बिगड़ गया और बाइक डिवाइडर से टकरा गई।
डिवाइडर से टकराते ही दोनों युवक बाइक समेत जमीन पर गिर गए। हादसे में दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने एंबुलेंस की मदद से दोनों घायलों को उपचार के लिए दौलतपुर चौक अस्पताल पहुंचाया। मगर तब तक एक युवक ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। दूसरे की हालत भी गंभीर बताई जा रही है- वो अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में है। घायल को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
मृतक की पहचान राहुल (26) और घायल की पहचान अंशुल (32) के रूप में हुई है। दोनों युवक फतेहपुर भद्रकाली से संबंध रखते हैं। मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही मृतक के परिजनों को हादसे के बारे में सूचित कर दिया।
फिलहाल, शुरुआती जांच में पाया गया है कि हादसा युवकों की लापरवाही और तेज रफ्तारी के कारण पेश आया है। घायल की हालत स्थिर होने के बाद उसके बयान कलमबद्ध किए जाएंगे- तभी हादसे के असली कारणों का पता चल पाएगा।
विदित रहे कि, हिमाचल प्रदेश में सड़कों पर बढ़ते हादसे चिंता का विषय बन चुके हैं। पर्वतीय भूगोल और तंग मोड़ों के साथ-साथ लापरवाही भरी ड्राइविंग, ओवरलोडिंग, नशे में वाहन चलाना और सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण बन रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में शिमला, मंडी, सिरमौर और कांगड़ा जिलों से कई दर्दनाक हादसों की खबरें सामने आई हैं। कहीं गहरी खाई में गाड़ी गिरने से एक ही परिवार के कई सदस्य काल का ग्रास बन गए, तो कहीं तेज रफ्तार ने युवाओं की जिंदगी छीन ली।
कुछ मामले ऐसे भी सामने आए हैं, जहां खराब सड़क स्थिति और अंधेरे में सड़क किनारे संकेतों की कमी ने हादसों को न्योता दिया। इन हादसों में न केवल स्थानीय लोग, बल्कि पर्यटक भी शिकार बन रहे हैं। लोगों का कहना है कि राज्य सरकार और परिवहन विभाग को चाहिए कि सड़कों की मरम्मत, चिन्हों की स्पष्टता और ट्रैफिक नियमों की सख्ती पर ध्यान दे। साथ ही जनता को भी सावधानी बरतनी होगी, क्योंकि हर अनदेखी एक कीमती जान की कीमत चुकवा सकती है।