#हादसा
September 9, 2025
हिमाचल में भारी भूस्खलन : एक झटके में परिवार तबाह, दो बच्चों समेत 5 के निकले प्राण
अपने ही घर के मलबे के नीचे दबे परिवार के आठ लोग
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कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में बरसात का कहर अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार देर रात करीब 2.30 बजे कुल्लू जिले की आनी तहसील के निरमंड में दर्दनाक हादसा हुआ, जब भूस्खलन (लैंडस्लाइड) की चपेट में आने से एक घर पूरी तरह जमींदोज हो गया।
इस हादसे में एक ही परिवार के आठ सदस्य मलबे में दब गए। रेस्क्यू टीम की कड़ी मशक्कत के बाद तीन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जबकि इस घटना में पांच लोगों की मौत हो चुकी है।
हादसे में परिवार के तीन लोगों को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला गया है। घटना में तीनों चोटें आई हैं- ऐसे में उन्हें उपचार के लिए निरमंड अस्पताल में भर्ती किया गया है। इस घटना में एक हंसता-खेलता परिवार उजड़ गया है।
बताया जा रहा है कि धर्मदास और शिवराम दोनों भाइयों का परिवार एक ही घर में रहता था। परिवार के सभी सदस्यों का आपस में बहुत स्नेह था। मगर इस घटना ने पूरे परिवार को तबाह कर दिया है। इस हादसे में शिवराम घायल हो गया है- जबकि, उसकी पत्नी, बेटा-बहू, पांच साल के पोते और सात साल की पोती की मौके पर ही मौत हो गई है।
घटना के वक्त धर्मदास का बेटा घर पर नहीं था। मगर जैसे ही उसे हादसे की खबर मिली उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। अपने परिवार के सदस्यों की लाशें देखकर उसके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
रेस्क्यू किए गए घायलों को तुरंत निरमंड के सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए भेजा गया। डॉक्टरों ने बताया कि फिलहाल उनकी हालत स्थिर है, लेकिन वे गहरे सदमे में है। भूस्खलन की इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
वहीं, कुल्लू की शिलीराजगिरी पंचायत के शगाड गांव में बीती शाम को भारी बारिश के बाद चार घरों में मलबा घुस गया। इस आपदा से कई किसानों की जमीनें भी प्रभावित हुई हैं और खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद हो गई हैं।
उधर, मौसम विज्ञान केंद्र शिमला (IMD) ने जानकारी दी है कि 12 सितंबर तक बारिश को लेकर कोई अलर्ट नहीं है और ज्यादातर जगहों पर मौसम साफ रहने का अनुमान है। मगर लगातार हुई भारी बरसात और लैंडस्लाइड से अभी भी प्रदेश का जनजीवन अस्त-व्यस्त है।