#हादसा
June 27, 2025
हिमाचल : मलबे में अपनों को खोज रही आंखें, हंसता- खेलता परिवार लापता; तीसरे दिन भी नहीं मिला सुराग
बाढ़ में बहे तीन लोगों की तलाश तीसरे दिन भी रही नाकाम, प्रशासन और गांववाले सर्च में जुटे
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कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की सैंज घाटी के शरण बिहाली गांव में 25 जून को आई जीवा नाला की बाढ़ ने जो तबाही मचाई, उसके घाव अभी भी ताज़ा हैं। उस दिन बाढ़ की चपेट में आए पिता, उनकी बेटी और एक अन्य महिला का तीसरे दिन भी कोई सुराग नहीं लग पाया है। वीरवार को दिनभर तलाशी अभियान चला, लेकिन नतीजा सिफर रहा।
सुबह से ही गांव में स्थानीय लोग, NDRF, पुलिस और प्रशासन की टीमें जुट गईं। तहसीलदार सैंज नरेंद्र कुमार की निगरानी में बाढ़ से तबाह हुए घर के आसपास जेसीबी से मलबे की खुदाई की गई, लेकिन तीनों लापता लोगों के कोई संकेत नहीं मिले।
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करीब 2 किलोमीटर तक, शरण बिहाली गांव से लेकर पार्वती परियोजना बांध तक, ग्रामीणों और प्रशासन ने संयुक्त तलाशी अभियान चलाया। सैंकड़ों लोगों ने उम्मीद की लौ जलाए तलाश जारी रखी।
बाढ़ में अपने परिजनों को खो चुके लोगों की आंखें अब सूख चुकी हैं, लेकिन दिलों में अभी भी चमत्कार की आस बाकी है। परिजन खुद भी सर्च ऑपरेशन में शामिल रहे। आसपास के गांवों से आए सैकड़ों लोगों ने ढांढस बंधाने का प्रयास किया। शरण गांव के लोग, जो खुद भी प्रभावित हैं, अपने घरों में विस्थापित परिवारों को सहारा दे रहे हैं। इस आपदा ने सिर्फ घर नहीं, हिम्मत और रिश्तों को भी आज़माया है।
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डीसी कुल्लू तोरूल एस. रवीश, एपीएमसी अध्यक्ष राम सिंह मियां, पूर्व सांसद महेश्वर सिंह, बंजार कांग्रेस अध्यक्ष तेजा ठाकुर, पार्वती परियोजना के जीएम रंजीत सिंह समेत कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मिलकर सहायता का भरोसा दिया।
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डीसी ने स्पष्ट किया कि सर्च ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा, जब तक अंतिम उम्मीद बाकी है। साथ ही, राहत और पुनर्वास कार्यों को प्राथमिकता देने के आदेश अधिकारियों को दिए गए हैं।