#हादसा
July 28, 2025
हिमाचल में अस्थायी पुलिया टूटने से उफनते नाले में गिरे 2, एक जैसे-तैसे बचा; महिला लापता
मवेशियों को छोड़कर लौट रहे थे वापस
शेयर करें:
चंबा। हिमाचल प्रदेश में बारिश ने कहर बरपाया हुआ है। आकांक्षी जिला चंबा के जनजातीय उपमंडल पांगी की ग्राम पंचायत शौर के कड़ू धार में थरशानी के पास कड़ू नाला पर बनी अस्थायी पुलिया टूट गई। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
इस घटना में दो लोग नाले में गिर गए। जिसमें से एक व्यक्ति निकलने में कामयाब हो गया। जबकि, एक महिला अभी भी लापता है। इन्हें बचाने के लिए तीसरे व्यक्ति ने छलांग दी थी, वह भी बाल-बाल बच गया।
शौर पंचायत निवासी राजेश कुमार, राम सिंह, नात्री देवी, बिंदु, सुरेंद्र, सपना, सुगी, गुड्डी और नैना देवी कड़ू धार में बने अपने गोठ (अधवारी) में मवेशियों को पहुंचा कर वापस आ रहे थे। जब वे थरशानी नामक स्थान पर नाले पर बनी अस्थायी पुलिया को पार करने लगे तो अचानक पुलिया टूट गई।
पुलिया टूटने से राम सिंह और नात्री देवी पत्नी धर्म चंद गहरे नाले में गिर गए। नात्री देवी की चीख सुनकर राजेश कुमार ने उसको बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी। लेकिन, पानी का तेज बहाव होने के कारण उसको बचा नहीं पाया।
वहीं, दोनों घायलों राजेश कुमार और राम सिंह को उपचार के लिए सिविल अस्पताल किलाड़ में दाखिल किया गया है। दोनों घायल पांगी के शौर के रहने वाले हैं। जबकि, लापता महिला नात्री देवी की तलाश पुलिस की ओर से स्थानीय लोगों के सहयोग से की जा रही है।
राम सिंह ने बताया कि नाले पर बनी पुलिया पार करने से पहले मैंने गोठ में स्थापित नाग मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। देवता की कृपा से किसी तरह उसकी जान बच गई। उसने बताया कि उफनते नाले का पानी उसे 400 मीटर नीचे ले गया। मगर अचानक पानी का एक ऐसा झटका आया है कि मुझे पानी के किनारे लगा दिया।
वहीं, राजेश कुमार ने कहा कि कड़ू धार में हमारे गोठ हैं। जहां गर्मियों में मवेशियों को रखते हैं। जब मवेशियों को पंहुचा कर वापस आ रहे थे। इस दौरान उक्त लोग पुलिया पार कर रहे थे। अचानक महिला की चीखने-चिलाने की आवाज आई तो मैं उस ओर गया। देखा तो पुलिया के टूट जाने से दो लोग उफनते नाले में गिर गए थे।
लोगों के चिल्लाने की आवाज सुनकर खुद की परवाह किए बिना वो नदी में कूद गया। उसने बताया कि उसके हाथ में महिला द्वारा उठाए सामान की रस्सी आई। मगर पानी के तेज बहाव और चोट लगने के कारण रस्सी उसके हाथ से छूट गई। राजेश ने कहा कि अगर हाथ में पत्थर न आता तो वो भी बह जाता। मैं तैरना जानता था इसलिए बच गया।