#हादसा
October 4, 2025
हिमाचल : घर से एक साथ दो मासूम बेटियों की अर्थी, मां-बाप की चीखों से दलहा इलाका
खड्ड में एक साथ डूब गई थी तीन छात्राएं
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ऊना। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में एक साथ हुई तीन बच्चियों की मौत के मामले ने पूरे हिमाचल को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में परिजनों की चीख-पुकार की गूंज सुनाई दे रही है।
कल तीनों बच्चियों के शव पुलिस द्वारा उनके परिजनों को सौंप दिए गए। बच्चियों के शव घर पहुंचते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई। शवों को कुछ देर घर पर रखने के बाद बच्चियों का अंतिम संस्कार किया। बच्चियों की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए।
इस हादसे ने दो परिवारों को उजाड़ कर रख दिया है। एक परिवार ने तो इस भयानक हादसे में अपनी दो लाडली बेटियों को एक साथ खो दिया है। बेटियों की मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। बीते कल घर से दोनों सगी बहनों की अर्थी एक साथ उठी। अपनी लाडली बेटियों की अर्थी देते वक्त उनके पिता के कदम लड़खड़ा रहे थे। जबकि, मां बिलख-बिलख कर अपनी बच्चियों को पुकार रही थी।
दोनों सगी बहनों का गांव के श्मशान घाट में एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। घर से एक साथ दो अर्थियां उठते देख हर आंख नम थी। माता-पिता की बेबसी देख लोग अपने आंसू रोक नहीं पा रहे थे।
बताया जा रहा है कि दशहरे के दिन तीनों छात्राएं गांव के शिव मंदिर में माथा टेकने गई थीं। जहां से लौटते समय तीनों खड्ड में नहाने चली गईं। इसी दौरान एक का पैर फिसला और वो खड्ड में जा गिरी। उसे बचाने के चक्कर में वहां मौजूद उसकी दो अन्य सहेलियां भी खड्ड में उतर गई। मगर पानी गहरा होने के कारण तीनों छात्राएं डूब गई।
यह हादसा बच्चियों के घर के पास वाली खड्ड में ही पेश आया है। मंदिर से देर शाम तक तीनों वापस घर नहीं लौटी तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। इसी दौरान परिजनों को खड्ड के किनारे एक बच्ची की चप्पल तैरती दिखाई दी। ऐसे में परिजनों को शक हुआ की कहीं लड़कियां खड्ड में तो नहीं डूब गई।
तलाश करने पर ग्रामीणों को छात्राएं पानी की सतह पर बेसुध तैरती हुई दिखी। इसके बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने तुरंत तीनों छात्राओं को खड्ड से बाहर निकाला और आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थाना कलां लेकर पहुंचे। मगर तब तक काफी देर हो चुकी थी। अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों ने तीनों लड़कियों को मृत घोषित कर दिया।
हादसे में जान गंवाने वाली तीनों छात्राएं बल्ह पंचायत की रहने वाली थी। मृतकाओं में दो लड़कियां सगी बहनें हैं। तीनों छात्राएं राजकीय स्कूल सनहाल की कक्षा 7वीं और 8वीं में पढ़ती थीं। मृतकाओं की पहचान-
इस दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। पूरे क्षेत्र में चीख-पुकार मची हुई है। लोगों का कहना है कि तीनों बच्चियां पढ़ने में काफी होनहार थीं। खुशी के पिता मनजीत राम ड्राइवर हैं। कोमल और सोनाक्षी के माता-पिता लिदकोट में रहते हैं। जबकि, मनजीत की साली यहां क्वार्टर लेकर रहती हैं। कोमल भारतीय सेना में जाना चाहती थी और खुशी साइंटिस्ट बनना चाहती थी।