#हादसा
February 25, 2025
हिमाचल : जिस घर सजनी थी बेटी की डोली, वहीं से उठी पिता की अर्थी- सदमे में परिवार
खाई में गिर गई सवारियों से भरी बस
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कांगड़ा। हर माता-पिता अपने बच्चों की शादी के लिए बहुत सारे सपने संजोते हैं। एक पिता की चाहत होती है कि वो अपनी बेटी की शादी में कोई कमी ना छोड़े। ऐसे में वो दिन-रात जी तोड़ मेहनत कर पैसा कमाता है। मगर सोचिए किसी के घर में बेटी की शादी की तैयारियां चल रही हों और उस घर के मुखिया की अचानक मौत हो जाए।
ऐसा ही कुछ दुखद कांगड़ा जिले के ज्वालामुखी स्थित एक परिवार के साथ हुआ है। जिनके घर पर बेटी की शादी की तैयारी चल रही थी और उसी बेटी के पिता की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई है। व्यक्ति की मौत के बाद शादी की खुशियां मातम में पसर गई हैं।
मृतक की पहचान राकेश कुमार (55) के रूप में हुई है- जो कि ज्वालामुखी की ग्राम पंचायत गाहलियां का रहने वाला था और पेशे से चालक था। राकेश की मौत जम्मू-कश्मीर के मांडा क्षेत्र में पेश आए बस हादसे में हुई है। हादसे के वक्त राकेश सवारियों से भरी बस लेकर आ रहा था। इसी दौरान बस गहरी खाई में गिर गई और उसकी मौके पर ही मौत गई।
जानकारी के अनुसार, बीते रविवार को राकेश बस लेकर माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटड़ा से आ रहा था। इसी दौरान मांडा राम के मोड़ों पर बस 30 फीट खाई में गिर गई। हादसे के वक्त बस में सवार लोगों में चीख-पुकार मच गई। हादसे में बस भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
बस गिरने की आवाज सुनते ही स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और घायलों को रेस्क्यू कर GMC अस्पताल पहुंचाया। हादसे में राकेश की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि, बस में सवार 17 यात्री गंभीर रूप से घायल हुए थे।
उधर, मौके पर मौजूद पुलिस टीम ने मृतक के परिजनों को हादसे की सूचना दी। राकेश की मौत की खबर सुनते ही परिवार में चीख-पुकार मच गई। परिजन राकेश की देह लाने के लिए तुरंत जम्मू के लिए रवाना हुए। जिस घर में बेटी की बारात की शहनाई बजनी थी- उसी घर में चीख-पुकार मची हुई है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
परिजनों ने बताया कि राकेश बीते 32 साल से बस चालक था। घर में उसकी बेटी की शादी की तैयारियां चल रही हैं। अगले साल फरवरी में उसकी बेटी की शादी होनी थी। ऐसा कुछ हो जाएगा किसी ने सोचा भी नहीं था। राकेश के परिवार में अब कोई कमाने वाला नहीं रहा है। राकेश की अपने परिवार का इकलौता सहारा था। राकेश कुमार अपने पीछे बूढ़ी मां, पत्नी, तीन बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं।