#हादसा
March 27, 2025
हिमाचल : चलती बोलेरो पर गिरी चट्टानें, पत्थरों के नीचे दब गए डॉक्टर समेत 3 लोग
तेजी से गिरने लगे पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर
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किन्नौर। हिमाचल प्रदेश में आए दिन कई सड़क हादसे पेश आ रहे हैं। ताजा मामला हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले से सामने आया है- यहां करछम डैम ओ पॉइंट शीलती के पास NH-5 पर एक बोलेरो दुर्घनाग्रस्त हो गई है। चलती बोलेरो पर पर बड़ी-बड़ी चट्टानें गिर गई हैं।
इस हादसे में बोलेरो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। हादसे के वक्त कार में डॉक्टर समेत तीन लोग सवार थे। गाड़ी पर चट्टानें गिरते ही मौके पर चीख-पुकार मच गई। लोगों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
आपको बता दें कि यह हादसा बीते कल दोपहर बाद पेश आया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि NH-5 पर सभी गाड़ियां अपने-अपने गंतव्य की ओर जा रही थी। इसी बीच अचानक पहाड़ी से तेजी से पत्थर गिरने लगे- जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
इसी दौरान एक बोलेरो गाड़ी चट्टानों की चपेट में आ गई। गनीमत रही कि हादसे में कोई जानी-नुकसान नहीं हुआ। हादसे के वक्त बोलेरो में CHC अस्पताल भवानगर के एक डॉक्टर समेत तीन लोग सवार थे। इस हादसे में डॉक्टर साहब को गंभीर चोटें आई हैं- जबकि, दो अन्य भी घायल हुए हैं।
उधर, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों क्षतिग्रस्त गाड़ी से बाहर निकालकर प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया।
विदित रहे कि, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में हाल ही में भूस्खलन और पहाड़ों से पत्थर गिरने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे यात्रियों और स्थानीय निवासियों के लिए खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और खराब मौसम में अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। उल्लेखनीय है कि, किन्नौर के पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण भूस्खलन की घटनाएं आम हैं, लेकिन हाल के दिनों में भारी बारिश और भूकंपीय गतिविधियों के कारण ये घटनाएं अधिक हो गई हैं। कई प्रमुख सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, जिससे यातायात बाधित हुआ है।
प्रशासन ने खासतौर पर यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा करने से पहले मौसम की जानकारी लें और स्थानीय अधिकारियों से मार्ग की स्थिति के बारे में पूछताछ करें। प्रशासन ने जोखिम वाले क्षेत्रों में जाने से बचने और अत्यधिक सतर्कता बरतने का आग्रह किया है। आपदा प्रबंधन दल को अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता उपलब्ध कराई जा सके। स्थानीय लोग और पर्यटक किसी भी संदिग्ध गतिविधि या खतरे की स्थिति में प्रशासन को सूचित करें, जिससे संभावित दुर्घटनाओं से बचा जा सके।