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January 31, 2025
हिमाचल में बन रहे सूखे जैसे हालात, तापमान में भी उछाल; जानें कब होगी बारिश-बर्फबारी
एक बार फिर करवट बदलेगा मौसम
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में बारिश-बर्फबारी ना होने से लोगों के चेहरे पर मायूसी छाई हुई है। बारिश ना होने के कारण प्रदेश में जनवरी महीने में सूखे जैसे हालात रहे। मगर आज सूबे के ज्यादातर इलाकों में आज मौसम खराब बना हुआ है। इसी बीच मौसम विभाग ने भी अगले 3 दिन तक प्रदेश में बारिश-बर्फबारी होने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के अनुसार, आज और कल सूबे के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी और मध्यम व निचले इलाकों में हल्की बारिश का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार, 3 फरवरी को वेस्टर्न डिस्टरबेंस ज्यादा एक्टिव रहने वाला है। जिससे प्रदेश के कई इलाकों में ठंड बढ़ जाएगी। विभाग ने 4 फरवरी के लिए भारी बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी किया है। कई निचले क्षेत्रों में भी बारिश-बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है। इसके बाद 5 फरवरी को भी मौसम खराब बना रहेगा और कई क्षेत्रों पर हल्की बारिश-बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है।
विदित रहे कि, हिमाचल में मौसम की बेरुखी ने किसान-बागवानों से लेकर हर वर्ग को काफी सताया है। प्रदेशवासी बेसब्री से बारिश-बर्फबारी के इंतजार में है। बारिश नहीं होने की वजह से प्रदेश में सूखे जैसे हालात बन रहे हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने जानकारी दी है कि आज और कल प्रदेश के कई इलाकों में बारिश बर्फबारी होने के हल्के आसार हैं। फिर 2 फरवरी को मौसम एक दम साफ हो जाएगा। मगर अगले दिन यानी 3 फरवरी से एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलेगा।
बताते चलें कि प्रदेश में जनवरी माह में ही मार्च जैसे हालात बने हुए है। प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से 2.1 डिग्री अधिक हो गया है। कई ऊंचाई वाले इलाकों में भी तापमान में एकाएक उछाल देखने को मिला है। कल्पा का न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 4.7 डिग्री अधिक हो गया है, वहीं मनाली के तापमान में भी नॉर्मल से ज्यादा उछाल देखा गया है।
रिकॉर्ड बताता है कि जनवरी माह में नाम मात्र ही मेघ बरसे है। पूरे प्रदेश में 81 प्रतिशत कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। वहीं, बर्फ नहीं गिरने से पहाड़ों पर टूरिस्ट नहीं पहुंच रहे, जिससे टूरिजम इंटस्ट्री को भी काफी झटका लगा है। वहीं, किसानों-बागवानों की फसलों पर भी सूखे का असर नजर आने लगा है। जनवरी में 79.1 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है। मगर इस बार 14.7 मिलीमीटर ही बादल बरसे हैं, जो कि सामान्य से 81 प्रतिशत कम है।