#यूटिलिटी
June 28, 2025
हिमाचल : चलने-फिरने में असमर्थ उपभोक्ताओं को राहत, अब घर बैठे मिलेगा सस्ता राशन
हिमाचल में लागू हुई नई व्यवस्था
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में एक महत्वपूर्ण तकनीकी सुधार लागू किया गया है। अब प्रदेश के लगभग 19.65 लाख राशन कार्ड धारकों को डिपुओं में राशन प्राप्त करने के लिए मोबाइल फेस स्कैन प्रणाली से गुजरना होगा। इस नई व्यवस्था को राज्यभर में शुक्रवार से लागू कर दिया गया है।
अब तक उपभोक्ताओं को फिंगरप्रिंट मिलान या OTP आधारित पहचान से राशन दिया जाता था, लेकिन कई बार तकनीकी दिक्कतों के कारण उन्हें परेशानी झेलनी पड़ती थी। बुजुर्गों, मजदूरों और महिलाओं को अक्सर अंगूठे का निशान मैच न होने या मोबाइल नंबर आधार से लिंक न होने की स्थिति में घंटों इंतजार करना पड़ता था।
कई उपभोक्ताओं के पास मोबाइल फोन नहीं होते या OTP समय पर नहीं आता। इन्हीं समस्याओं के समाधान के रूप में राज्य सरकार ने मोबाइल फेस स्कैनिंग तकनीक को अपनाया है। इसके तहत अब डिपो संचालक अपने मोबाइल फोन की मदद से लाभार्थी का चेहरा स्कैन करेंगे और जब सिस्टम पहचान की पुष्टि कर देगा, तब ही राशन वितरित किया जाएगा।
खास बात यह है कि जो उपभोक्ता चलने-फिरने में अक्षम हैं या बुजुर्ग हैं, उन्हें डिपो संचालक घर जाकर चेहरा स्कैन कर राशन वितरित करेंगे। इससे उन्हें लाइन में लगने या डिपो तक पहुंचने की परेशानी से राहत मिलेगी।
इस नई व्यवस्था को सबसे पहले बिलासपुर जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में एक सप्ताह पूर्व शुरू किया गया था। यहां के 1.14 लाख राशन कार्ड धारकों को इसका लाभ मिलना शुरू हो गया है। जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रण अधिकारी ब्रिजेंद्र सिंह पठानिया ने बताया कि यह प्रणाली बिलासपुर में सफलतापूर्वक कार्य कर रही है, और इससे उपभोक्ताओं को काफी सहूलियत मिली है।
राज्य खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निदेशक राम कुमार गौतम ने जानकारी दी कि इस प्रणाली को शुक्रवार से प्रदेशभर में लागू कर दिया गया है। हालांकि, उन्होंने माना कि शुरुआत में कुछ स्थानों पर तकनीकी दिक्कतें आ सकती हैं, लेकिन विभाग की ओर से 3 से 4 दिनों के भीतर सभी समस्याएं दूर कर दी जाएंगी और व्यवस्था पूरी तरह सुचारू रूप से चलने लगेगी।