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March 13, 2025

हिमाचल विधानसभा के बाहर गरजे मल्टी टास्क वर्कर, बोले-इतने कम वेतन में नहीं चलता घर

मल्टी टास्क वर्करों के साथ पंचायत चौकीदारों ने भी किया धरना प्रदर्शन

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PWD Multi Task worker

शिमला। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। विधानसभा के अंदर जहां विपक्ष हंगामा कर रहा है, वहीं विधानसभा के बाहर आज मल्टी टास्क वर्करों और पंचायत चौकीदारों ने जोरदार हल्ला बोला। लोक निर्माण विभाग में कार्यरत इन मल्टी टास्क वर्करों और पंचायत चौकीदारों ने अपनी मांगों को लेकर विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की।

विधानसभा के अंदर और बाहर हंगामा

विधानसभा बजट सत्र के चौथे दिन लोक निर्माण विभाग के मल्टी टास्क वर्करों ने कहा कि उन्हें बहुत कम वेतन दिया जा रहा है। उन्होंने सरकार से उनके लिए नीति बनाने की मांग की। वहीं उन्होंने प्रदेश के मंत्रियों और विधायकों को दो टूक कहा कि वह उन्हें दिए जा रहे वेतन से अपना घर चलाकर दिखाएं। बता दें कि आज विधानसभा के अंदर का माहौल भी काफी गरमाट भरा रहा। विपक्ष ने देहरा उपचुनाव पर वॉकआउट भी किया।

 

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मल्टी टास्ट वर्करों ने किया धरना प्रदर्शन

लोक निर्माण विभाग के मल्टी टास्क वर्कर यूनियन के अध्यक्ष शेर सिंह ने बताया कि लोक निर्माझा विभाग में 4832 मल्टी टास्क वर्कर कार्यरत हैं जो हर परिस्थिति में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज की महंगाई भरे दौर में पांच हजार की नौकरी में परिवार चलाना मुश्किल है। शेर सिंह ने कहा कि एक तरफ इन मल्टी टास्क वर्करों को बहुत कम वेतन दिया जा रहा है और वह भी समय पर उन्हंे नहीं मिल रहा है। जिससे उन्हें घर चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 

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क्या बोले यूनियन के अध्यक्ष 

यूनियन के अध्यक्ष शेर सिंह ने दो टूक कहा कि प्रदेश के मंत्री विधायक एक महीने उनको मिलने वाले पांच हजार के वेतन में गुजारा करके देखें, तो उन्हें मल्टी टास्क वर्करों की पीड़ा का अनुमान खुद व खुद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वह हर सत्र में सरकार के समक्ष आवाज उठा रहे हैं, लेकिन आज तक कोई ठोस नीति नहीं बनाई गई। उन्होंने मांग की है कि सरकार उनके लिए पॉलिसी बनाकर भविष्य को सुरक्षित करें।

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इसी तरह से पंचायत चौकीदार के अध्यक्ष प्रेम चंद ने कहा कि पंचायतों में कार्यरत चौकीदारों का मानेदह बहुत कम है। इस महंगाई के दौर में इतने कम वेतन से घर चलाना और बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलवाना लगभग नामुमकिन है। प्रेम चंद ने सरकार से मांग की है कि पंचायत चौकीदारों का मानदेह बढ़ाया जाए, ताकि वह एक अच्छा जीवन जी सकें।

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