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September 25, 2025
युग मामले में हाईकोर्ट के फैसले का विरोध: दोषियों की सजा पलटने से भड़के लोग सड़कों पर उतरे
सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे परिजन
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शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में चर्चित युग हत्याकांड को लेकर लोगों का गुस्सा एक बार फिर सड़कों पर फूट पड़ा। आज यानी गुरुवार को युग के परिजनों और स्थानीय नागरिकों ने माल रोड पर सीटीओ के पास रैली निकालकर हाईकोर्ट के हालिया फैसले के खिलाफ विरोध जताया।
जानकारी के अनुसार, परिजनों ने आंखों पर काली पट्टी बांधकर अपना रोष व्यक्त किया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस दौरान लोग जोरदार नारेबाजी करते रहे। दरअसल, कुछ दिन पहले हाईकोर्ट ने इस 11 साल पुराने मामले में तीन दोषियों में से तेंजिंद्र को बरी कर दिया, जबकि अन्य दो की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदल दिया।
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फैसले के बाद शहरवासियों में आक्रोश फैल गया है। युग के पिता विनोद गुप्ता ने कहा कि इतने सालों बाद भी उनके मासूम बेटे को न्याय नहीं मिल पाया। उन्होंने साफ कहा कि दोषियों को फांसी मिलनी चाहिए थी, लेकिन आज भी वे जिंदा हैं।
परिवार अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहा है और तुरंत फांसी की सजा दिलाने की मांग करेगा। गौरतलब है कि, 14 जून 2014 को राम बाजार, शिमला से 4 वर्षीय युग का अपहरण कर फिरौती मांगी गई थी।
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करीब दो साल बाद अगस्त 2016 में भराड़ी स्थित पेयजल टैंक से उसका कंकाल बरामद हुआ। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने युग को पत्थरों से बांधकर जिंदा पानी के टैंक में फेंक दिया था। सीआईडी ने 2016 में चार्जशीट दाखिल की थी और 2017 में अदालत ने ट्रायल के बाद दोषियों को फांसी की सजा सुनाई थी।
लेकिन हाल ही में हाईकोर्ट ने कहा कि सीआईडी यह साबित नहीं कर पाई कि हत्या कैसे की गई, जिसके चलते तेंजिंद्र को बरी कर दिया गया और बाकी दो की सजा घटा दी गई। अब युग के परिवार और स्थानीय लोग सुप्रीम कोर्ट में न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं।