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June 13, 2025
सुक्खू सरकार ने दी राहत : जल्द बढ़ने जा रहा इस फसल का MSP, किसानों की होगी चांदी ही चांदी
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही सुक्खू सरकार
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के CM सुक्खू हिमाचल प्रदेश रिवाइटलाइजिंग रेनफेड एग्रीकल्चर नेटवर्क की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय बहु-हितधारक परामर्श सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कृषि को लेकर कई अहम बातें कहीं। इस सम्मेलन में CM सुक्खू ने एक अहम घोषणा भी की जिससे किसानों को अच्छा-खासा लाभ मिलेगा।
प्रदेश सरकार राज्य में हरित ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है और प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्राकृतिक खेती से उत्पादित फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP निर्धारित किया गया है।
प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक तकनीक से तैयार मक्की का समर्थन मूल्य 40 रुपये और गेहूं की फसल का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 60 रुपए किलो कर दिया है। अब प्रदेश सरकार ने आलू की फसल पर भी समर्थन मूल्य देने का ऐलान किया है।
आलू पर MSP तय करना किसानों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। हालांकि बता दें कि फिलहाल MSP का मूल्य तय करना बाकी है। सम्मेलन के दौरान CM सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयासरत है।
ऊना जिले में करीब 20 करोड़ रुपये की लागत से आलू प्रसंस्करण संयत्र स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही आलू का समर्थन मूल्य घोषित करेगी जिससे किसानों को आर्थिक रूप से बल मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि असंतुलित भोजन से लोगों में पोषण से संबंधित समस्याओं में बढ़ौतरी दर्ज की जा रही है। देश के उत्तरी-पूर्वी राज्यों के बाद हिमाचल प्रदेश में कैंसर के मामलों में सबसे अधिक बढ़ोतरी देखी जा रही है। खान-पान की आदतों में बदलाव भी इसका मुख्य कारण हो सकता है। इसका पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
CM सुक्खू ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए अगले साल से कई नई योजनाएं लाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 80 फीसदी आबादी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है।
कृषि हिमाचल की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (GDP- Gross Domestic Price) में इसका करीब 14 फीसदी योगदान है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मौसम में जिस प्रकार से प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिला है, वो कृषि के लिए चिंताजनक है। CM सुक्खू ने कहा कि सरकार आने वाले समय में प्राकृतिक खेती (Organic Agriculture) के उत्पादों के समर्थन मूल्य में और बढ़ोतरी करेगी, ये प्रक्रिया निरंतर जारी रहेगी।