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April 30, 2025

हिमाचल में नहीं हो रही बारिश- मैदानी इलाकों में गर्मी का प्रकोप, लू का अलर्ट जारी; जानें कब बरसेंगे बादल

गर्मी का प्रकोप, जानें कब होगी बारिश

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शिमला। हिमाचल प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। राज्य के कुछ ऊंचाई वाले इलाकों में जहां हल्की ठंडी हवाओं ने लोगों को राहत दी है, वहीं मैदानी क्षेत्रों में भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है। हालांकि बीते कल मंगलवार को प्रदेश के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई, लेकिन इसके बावजूद मैदानी जिलों में गर्म हवाएं और लू का प्रकोप बना हुआ है।

तापमान में गिरावट

राजधानी शिमला में ठंडी हवाएं चलने से मौसम सुहावना हो गया है और लोगों को गर्मी से राहत मिली है। यहां पर्यटकों की आमद भी मौसम के बदले मिजाज से बढ़ सकती है।

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वहीं, दूसरी ओर ऊना, पांवटा साहिब, कांगड़ा, हमीरपुर और बिलासपुर जैसे निचले और मैदानी इलाकों में गर्मी अभी भी लोगों को झुलसा रही है। इन इलाकों में हालांकि तापमान में एक से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन गर्म हवाओं और धूप की तपिश ने जनजीवन को खासा प्रभावित किया है।

मैदानी इलाकों को गर्मी से मिलेगी राहत

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि एक मई वीरवार से प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम में बदलाव की संभावना है। उन्होंने कहा कि, 3 मई तक कई क्षेत्रों में आंधी-तूफान और हल्की बारिश की संभावना है, जिससे तापमान में और भी गिरावट आने की उम्मीद है।

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हालांकि, इस दौरान हवा की रफ्तार 40-50 कि.मी. प्रति घंटा हो सकती है, जिससे मैदानी इलाकों को गर्मी से काफी हद तक राहत मिल सकती है।

लू चलने का अलर्ट भी जारी

मौसम विभाग ने ऊना और कुल्लू जिलों में लू चलने का अलर्ट भी जारी किया है। ऊना का तापमान मंगलवार को 37 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि एक दिन पहले यह 41 डिग्री के पार था। ऐसे में मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने और अत्यधिक गर्मी से बचने की अपील की है।

बहरहाल, प्रदेश के लोगों और पर्यटकों की निगाहें अब आगामी दिनों के मौसम पर टिकी हैं। खासकर किसानों और दैनिक श्रमिकों के लिए यह मौसम परिवर्तन काफी अहम है क्योंकि यह उनके रोजमर्रा के कामकाज को सीधा प्रभावित करता है।

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