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May 9, 2025
हिमाचल: शहीद दिलावर खान के पिता बोले, अंतिम आतंकी को खत्म करने तक चले ऑपरेशन सिंदूर
शहीद जवानों के परिजनों का शांत हुआ आक्रोश
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ऊना। भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसा माहौल बना हुआ है। भारत अब तक कई आतंकी ठिकानों को धवस्त कर चुका है। वहीं पाकिस्तान से भी ड्रोन हमले किए जा रहे हैं। हालांकि अभी तक पाकिस्तान के ड्रोन हमलों से भारत को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और भारत ने पाकिस्तानी मिसाइलों को हवा में ही धवस्त कर दिया है। पाकिस्तान पर भारत द्वारा की जा रही इस कार्रवाई ने हिमाचल के शहीद हुए जवानों के परिजनों के आक्रोश को भी कुछ हद तक शांत कर दिया है।
अभी नौ माह पहले ही ऊना जिला के बंगाणा उपमंडल के घरवासड़ा के रहने वाले दिलावर खान जम्मू के कुपवाड़ा में शहीद हो गए थे। दिलावर खान के शहीद होने पर जहां उसके परिजनों को गर्व था, वहीं पड़ोसी राज्य पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा था। अब जब भारत पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दे रहा है तो इसी बीच दिलावर खान के पिता का बयान भी सामने आया है।
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दिलावर खान के पिता कर्मदीन ने भारत सरकार और भारतीय सेना से अपील की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ चलाए ऑपरेशन सिंदूर को तब तक बंद नहीं करना, जब तक कि आंतकियों का अंतिम ठिकाना धवस्त ना हो जाए। उन्होंने भारत की इस सर्जिकल स्ट्राइक पर संतोष जताते हुए कहा कि यह उनके बेटे के बलिदान का सच्चा बदला है।
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दिलावर खान के पिता कर्मदीन और ग्रामीणों ने भी भारतीय सेना से अपील की है कि ऑपरेशन सिंदूर को अंतिम आतंकी के मारे जाने जारी रखा जाए। ताकि बार बार के हमलों से राहत मिल सके। उन्होंने आतंक के खिलाफ चलाए इस विशेष अभियान को अपने अंजाम तक पहुंचाने की अपील की है।
बता दें कि ऊना जिला के बंगाणा के घरवासड़ा के दिलावर खान 23 जुलाई 2024 को श्रीनगर के कुपवाड़ा में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। वह आर आर 28 बटालियन में तैनात थे। 28 वर्ष की उम्र में अपनी जिंदगी का सर्वोच्च वलिदान देने पर शहीद दिलावर खान को गणतंत्र दिवस पर कीर्ति चक्र से नवाजा गया था। बता दें कि दिलावर खाने ने आतंकी ऑपरेशन में एक आतंकी को दबोच लिया था। जबकि आतंकी के दूसरे साथी ने दिलावर खान पर फायरिंग कर दी थी। घायल होने के बाद भी दिलावर खान ने दबोचे आतंकी को जहन्नूम पहुंचा दिया था और उसके बाद शहीद हो गए थे।