#यूटिलिटी

May 2, 2025

हिमाचल में आज से महंगा हुआ दूध, जानें प्रति किलो चुकानी पड़ेगी कितनी कीमत 

अब प्रायवेट डेयरियां भी बढ़ा सकती हैं दाम

शेयर करें:

2 रुपए बढ़े दूध के दाम

शिमला। हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार से दूध के दाम में प्रति किलो 2 रुपए का इजाफा हो गया है। लोगों को पैकेटबंद दूध के लिए ज्यादा जेब ढीली करनी होगी। वेरका ब्रांड का टोन्ड दूध अब 60 की जगह 62 रुपए में और कामधेनु ब्रांड का पैकेट 62 की जगह 64 रुपए में मिलेगा। 


इसी तरह वेरका फुल क्रीम मिल्क की कीमत प्रति किलो 74 रुपए हो गई है। मेट्रो ब्रांड के दूध की कीमत भी बढ़ गई है। इसके लिए 62 की जगह 64 रुपए चुकाने होंगे। 

यह भी पढ़ें : हिमाचल में चिट्टे की खेप लेकर घूम रहे थे दो राजस्थानी युवक, पहुंचे सलाखों के पीछे

20 लाख लीटर है दूध की खपत 

हिमाचल प्रदेश में प्रतिदिन दूध की खपत लगभग 18 से 20 लाख लीटर है। लेकिन मिल्कफेड, चैक्कर मिल्क प्लांट और धगवार मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट के जरिए कोऑपरेटिव सोसायटियों से राज्य को केवल 2.10 लाख लीटर दूध ही मिल पाता है। बाकी 90 फीसदी दूध की सप्लाई निजी कंपनियों के जरिए होती है। मिल्कफेड रोजाना करीब 2.10 लाख लीटर दूध इकट्ठा करता है। मंडी और कुल्लू में दूध सप्लाई करने वाला चक्कर का मिल्क प्लांट रोजाना 80 हजार लीटर दूध उत्पादन करता है, जबकि धगवार मिल्क प्लांट से कांगड़ा को डेढ़ लाख लीटर दूध रोज मिलता है। 

यह भी पढ़ें : हिमाचल: राशन लेने गए दो दोस्तों का टूटा याराना, खड्ड में बहे- 48 घंटे से नहीं मिला एक का सुराग

इसलिए बढ़ाया दाम 

गर्मी के सीजन में चारे के अभाव के कारण चूंकि दूध की आमद कम हो जाती है, इसलिए कंपनियों ने दूध के दाम बढ़ाए हैं। इसके अलावा कंपनियों ने लागत मूल्य बढ़ने और किसानों को ज्यादा फायदा देने के लिए दूध के दाम बढ़ाने का ऐलान किया है। बिलासपुर से लेकर शिमला तक दूध पहुंचाने वाली कामधेनु कंपनी हर रोज करीब 40 हजार लीटर दूध इकट्ठा करती है। इससे किसानों, पशुपालकों के 4 हजार परिवार जुड़े हैं। अब इन बड़ी कंपनियों के दूध के दाम बढ़ने से प्रायवेट डेरी फार्म की दूध की कीमतें भी बढ़ सकती हैं।

 

आपको यह भी बता दें कि हिमाचल सरकार ने दुग्ध सहकारी समितियों का अनुदान 1.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 3 फीसदी कर दिया है। इसके अलावा दूध के परिवहन के लिए सरकार 2 रुपए प्रति किमी का अनुदान भी देती है। ऐसे में प्रायवेट कंपनियों और डेयरी उत्पादकों की ओर से दूध के दाम बढ़ाने की घोषणा किसानों की जगह उनके अपने आर्थिक हितों से कहीं अधिक जुड़ी हुई है।

पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख